PM मोदी ने बांग्लादेश के चीफ एडवाइजर से मुलाकात की, BIMSTEC समिट में शामिल हुए

दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बांग्लादेश के चीफ एडवाइजर मोहम्मद यूनुस से थाईलैंड में BIMSTEC समिट के दौरान मुलाकात की। यह मुलाकात बांग्लादेश में पिछले साल हुए तख्तापलट के बाद दोनों नेताओं की पहली मुलाकात थी।
इससे पहले, गुरुवार रात BIMSTEC डिनर में दोनों नेता एक साथ दिखाई दिए थे। बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को इस मुलाकात की जानकारी दी थी। पीएम मोदी ने थाईलैंड में हुई BIMSTEC देशों की 6वीं समिट में भी हिस्सा लिया। इस दौरान थाईलैंड की प्रधानमंत्री पेइतोंग्तार्न शिनवात्रा ने उनका स्वागत किया।
भारत और म्यांमार के बीच रिश्ते
पीएम मोदी ने म्यांमार के मिलिट्री लीडर जनरल मिन आंग से भी मुलाकात की और म्यांमार में आए भूकंप में मारे गए लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। मोदी ने कहा कि भारत म्यांमार की मदद के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है।
BIMSTEC का महत्व
BIMSTEC, यानी बे ऑफ बंगाल इनिशिएटिव फॉर मल्टी सेक्टोरल टेक्निकल एंड इकोनॉमिक को-ऑपरेशन, एक क्षेत्रीय संगठन है जिसमें बांग्लादेश, भारत, श्रीलंका, थाईलैंड, म्यांमार, भूटान और नेपाल शामिल हैं। इसका उद्देश्य इन देशों के बीच आर्थिक, तकनीकी और राजनीतिक सहयोग बढ़ाना है।
भारत के लिए BIMSTEC बेहद अहम है क्योंकि यह संगठन भारत की लुक ईस्ट पॉलिसी को मजबूत करता है और भारत को दक्षिण-पूर्व एशिया और बंगाल की खाड़ी के देशों से जोड़ता है। चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) के मुकाबले, भारत BIMSTEC के जरिए इस क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत करना चाहता है। 2014 के बाद से भारत ने SAARC (सार्क) के बजाय BIMSTEC में अपनी प्राथमिकता दी है। भारत ने पाकिस्तान के साथ रिश्तों में तनाव के चलते SAARC समिट से दूरी बना ली, जबकि BIMSTEC ने क्षेत्रीय सहयोग को नई दिशा दी है।