महिला दिवस पर भिलाई में साइकिल जागरूकता रैली, प्रदूषण मुक्त समाज का दिया संदेश

भिलाई। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर भिलाई में एक अनोखी साइकिल जागरूकता रैली निकाली गई। इस रैली का उद्देश्य न केवल महिलाओं को सशक्त बनाना था, बल्कि लोगों को साइकिलिंग अपनाने के लिए भी प्रेरित करना था। यह रैली सेक्टर-5 में आयोजित की गई, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया और साइकिल चलाकर समाज को एक खास संदेश दिया।
साइकिलिंग से झिझक हटाने और प्रदूषण कम करने की अपील
इस अभियान के तहत समाज के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोग—कलाकार, साहित्यकार, बुद्धिजीवी और समाजसेवी—सभी ने मिलकर यह संदेश दिया कि साइकिल चलाने से न केवल स्वास्थ्य अच्छा रहता है, बल्कि प्रदूषण भी कम होता है। इस मिशन को सफल बनाने के लिए महिलाओं ने उत्साह के साथ भाग लिया और अपने अनुभव साझा किए।
इस मौके पर सांसद विजय बघेल ने भी इस अभियान का समर्थन किया और लोगों से अपील की कि वे अपनी जीवनशैली में साइकिलिंग को शामिल करें ताकि पर्यावरण को बचाया जा सके। उन्होंने कहा, “हर व्यक्ति अगर अपनी जिम्मेदारी समझे और छोटी-छोटी आदतें बदले, तो हम अपने हिस्से का प्रदूषण कम कर सकते हैं।”
साहित्यकार मेनका वर्मा के नेतृत्व में महिलाओं ने दिया संदेश
इस आयोजन का नेतृत्व छत्तीसगढ़ की प्रसिद्ध साहित्यकार मेनका वर्मा ने किया। उनके साथ प्रियंका बुंदेल, रीया राज, नव्या, शान्वी देवांगन सहित कई गृहणियों ने साइकिलिंग कर समाज को प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि महिलाएं अगर साइकिलिंग को अपनाएं तो यह न केवल उनके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होगा, बल्कि इससे वे आत्मनिर्भर भी बनेंगी।
इस कार्यक्रम में वरिष्ठ रंगकर्मी विजय शर्मा, तरुण धोटे, रेलवे के मूर्तिकार अशोक देवांगन, प्रवीण कालमेघ और ललित कला अकादमी के छत्तीसगढ़ से प्रथम बोर्ड मेंबर डॉ. अंकुश देवांगन भी शामिल हुए।
समाज में सकारात्मक बदलाव की पहल
इस रैली में शामिल लोगों का कहना था कि यह केवल एक अभियान नहीं, बल्कि समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में उठाया गया कदम है। महिलाओं ने यह दिखाया कि वे हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं और अपने योगदान से समाज को एक नई दिशा दे सकती हैं।
अभियान से जुड़े लोगों का मानना है कि अगर ज्यादा से ज्यादा लोग साइकिलिंग को अपनाएं, तो आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ और हरित वातावरण तैयार किया जा सकता है।





