सरकारी स्कूलों में लागू होगी नई शिक्षा नीति, नोडल शिक्षक बनेंगे लीडर

दिल्ली। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 को जमीनी स्तर पर प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए दिल्ली सरकार ने सरकारी स्कूलों में नोडल शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस पहल का उद्देश्य शिक्षा व्यवस्था में लाए जा रहे नीतिगत बदलावों को सीधे कक्षा तक पहुंचाना है, जिससे छात्रों को नई शिक्षा प्रणाली का सीधा लाभ मिल सके।
दिल्ली के शिक्षा निदेशालय, नई दिल्ली नगर परिषद (NDMC), दिल्ली नगर निगम (MCD) और दिल्ली कैंटोनमेंट बोर्ड (DCB) के अधीन संचालित सभी सरकारी स्कूलों से एक-एक शिक्षक को नोडल शिक्षक के रूप में नामित करने के निर्देश दिए गए हैं। ये शिक्षक स्कूल स्तर पर एनईपी से जुड़ी गतिविधियों के समन्वयक और मार्गदर्शक की भूमिका निभाएंगे। राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (SCERT) द्वारा चयनित नोडल शिक्षकों को तीन दिवसीय विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण में उन्हें नीति से जुड़े दस्तावेज, नेतृत्व कौशल, परिवर्तन प्रबंधन और एनईपी के विभिन्न पहलुओं की गहन जानकारी दी जाएगी।
अधिकारियों के अनुसार, नोडल शिक्षक मूलभूत साक्षरता, योग्यता आधारित शिक्षा, बहुभाषिकता, व्यावसायिक एवं अनुभवात्मक शिक्षा जैसे क्षेत्रों में नवाचार को बढ़ावा देंगे। नोडल शिक्षकों के नामांकन के लिए गूगल फॉर्म के माध्यम से आवेदन मांगे गए हैं और अंतिम तिथि 15 जून तय की गई है। चयन प्रक्रिया में शिक्षकों की योग्यता, सिफारिशें और सक्षम प्राधिकारी की स्वीकृति को ध्यान में रखा जाएगा। सरकार का मानना है कि ये नोडल शिक्षक केवल शिक्षक नहीं, बल्कि एनईपी के नीति प्रतिनिधि होंगे, जो शिक्षा प्रणाली को अधिक समावेशी और भविष्य उन्मुख बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।





