5 लाख के इनामी नक्सली ने किया आत्मसमर्पण,

कांकेर/अंबागढ़ चौकी।
छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ एक और बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। बस्तर क्षेत्र के कई जिलों में सक्रिय रहा 5 लाख रुपये का इनामी नक्सली रूपेश मंडावी उर्फ सुखदेव ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। आत्मसमर्पण को सुरक्षा बलों के “ऑपरेशन प्रयास” की बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है।
कोतरी एरिया कमेटी से जुड़ा था नक्सली रूपेश
34 वर्षीय रूपेश मंडावी, ग्राम मुंजाल (कोपाटोला), थाना मदनवाड़ा, जिला मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी का रहने वाला है। वह आरकेबी डिवीजन के अंतर्गत आने वाली कोतरी एरिया कमेटी में बतौर सदस्य और एलओएस डिप्टी कमांडर के पद पर कार्यरत था।
कई जिलों में फैली थी नक्सली गतिविधियां
रूपेश मंडावी ने जिला कांकेर के गोंडाहुर व पखांजूर, और नारायणपुर के माड़ क्षेत्र में विजय रेड्डी (आरकेबी डिविजन कमेटी सचिव एवं डीके एसजेडसी सदस्य) के साथ रहकर नक्सली गतिविधियों को अंजाम दिया। उस पर विभिन्न थानों में गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
मोहभंग और मतभेद बने आत्मसमर्पण की वजह
आत्मसमर्पण के दौरान रूपेश ने कहा कि वह संगठन की विचारधारा से मोहभंग हो चुका था। नक्सली संगठन में लगातार आंतरिक मतभेद, भविष्य की अनिश्चितता और निरंतर दबाव के चलते उसने मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया।
‘ऑपरेशन प्रयास’ का असर
राज्य पुलिस द्वारा चलाया जा रहा “ऑपरेशन प्रयास” का उद्देश्य है – नक्सलियों को आत्मसमर्पण कराकर पुनर्वास की दिशा में आगे बढ़ाना। रूपेश मंडावी का आत्मसमर्पण इसी ऑपरेशन का अहम हिस्सा है।
पुलिस की सराहना और अपील
पुलिस अधिकारियों ने इस आत्मसमर्पण को बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि ऐसे और भी नक्सली जो भ्रमित हैं, वे आगे आकर समाज की मुख्यधारा में लौट सकते हैं। प्रशासन उन्हें पुनर्वास नीति के तहत हर संभव सहायता प्रदान करेगा।





