ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ का आंदोलन, एमडी की अचानक बिगड़ी तबीयत

बिलासपुर : टीए बढ़ोतरी समेत 14 सूत्रीय मांगों को लेकर ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ का आंदोलन तेज हो गया है। लगातार दूसरे दिन भी डीआरएम कार्यालय के बाहर भूख हड़ताल जारी रही। प्रदर्शन कर रहे लोको रनिंग स्टाफ के कर्मचारियों ने 36 घंटे से अन्न का सेवन नहीं किया है, जबकि कुछ कर्मचारी पानी तक नहीं पी रहे हैं।
इस दौरान ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ के एमडी शमीम की तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्होंने 36 घंटे से अन्न-पानी पूरी तरह त्याग दिया था, जिससे डिहाइड्रेशन की समस्या हो गई। हालत गंभीर होने पर उन्हें एंबुलेंस से रेलवे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों की सलाह पर उन्होंने पानी और दवा का सेवन किया। हालांकि, अन्य लोको स्टाफ अपनी मांगों को लेकर अब भी भूख हड़ताल पर डटे हुए हैं। प्रदर्शनकारी कर्मचारियों का कहना है कि रेलवे प्रशासन का कोई भी अधिकारी अब तक उनसे चर्चा करने नहीं आया।
इसके विरोध में ऑल इंडिया लोको पायलट संघ ने आगामी संसद सत्र के दौरान दिल्ली में उग्र प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है, ताकि रेलवे अधिकारी और केंद्र सरकार उनकी मांगों पर ध्यान दें। देशभर के कई रेलवे मंडलों में लोको पायलट प्रदर्शन कर रहे हैं। बिलासपुर रेल मंडल के डीआरएम कार्यालय के बाहर भी आंदोलन तेज हो गया है। लोको पायलटों ने भूखे रहकर भी अपनी ड्यूटी जारी रखने का निर्णय लिया है।
संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि रेल प्रशासन ने सभी विभागों का टीए बढ़ा दिया, लेकिन लोको पायलटों की मांगों को पूरी तरह नजरअंदाज किया गया। इस भूख हड़ताल का प्रमुख उद्देश्य माइलेज दर में 25% वृद्धि सहित 14 सूत्रीय मांगों को पूरा कराना है…..
संघ ने रेल प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो आंदोलन को और वृहद रूप दिया जाएगा। इसके तहत देशभर के लोको पायलट दिल्ली में प्रदर्शन करेंगे और रेलवे अधिकारियों के खिलाफ संघर्ष को और तेज किया जाएगा। फिलहाल इस हड़ताल से रेल प्रशासन पर जबरदस्त दबाव बन रहा है, लेकिन अभी तक किसी अधिकारी ने कर्मचारियों से बातचीत करने की पहल नहीं की है। अब देखना होगा कि रेलवे प्रशासन इस आंदोलन पर कब तक चुप्पी साधे रहता है और क्या उनकी मांगों को लेकर कोई ठोस निर्णय लिया जाता है.





