LIFESTYLE : कैसे बनाएं अपने दिल को मजबूत और स्वस्थ,जानिए दिल की सेहत का ख्याल रखने के सरल उपाय
हार्ट अटैक और अन्य हृदय रोगों से बचने के लिए हमें अपने जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव करने होंगे। स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, तनाव कम करने की आदतें और धूम्रपान और शराब से बचने के साथ-साथ रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल की नियमित जांच हमें हृदय संबंधी समस्याओं से बचा सकती हैं। जानिए अपने दिल को स्वस्थ रखने के कुछ सरल उपाय
आज की तेज़-तर्रार ज़िंदगी में हर व्यक्ति किसी न किसी रूप में तनाव का सामना कर रहा है। काम की बढ़ती जिम्मेदारियाँ, सामाजिक दबाव और अन्य मानसिक तनावों के कारण लोग अपने स्वास्थ्य को नज़रअंदाज़ कर देते हैं। यही वजह है कि अब कम उम्र में ही लोग ब्लड प्रेशर, डायबिटीज़ जैसी बीमारियों के शिकार हो रहे हैं, और हार्ट अटैक जैसी समस्याएँ बढ़ रही हैं। बॉलीवुड सितारे भी इस खतरे का शिकार हो चुके हैं।
हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों पर चिंता
भारत में हार्ट अटैक से होने वाली मौतों का आंकड़ा तेजी से बढ़ा है। एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले चार वर्षों में 20,000 से अधिक लोग हार्ट अटैक से अपनी जान गंवा चुके हैं। इस आंकड़े से यह साफ़ है कि हार्ट अटैक अब एक गंभीर समस्या बन चुका है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
स्वस्थ आहार अपनाएं
हार्ट अटैक से बचने के लिए सबसे महत्वपूर्ण कदम है संतुलित आहार। ताजे फल, सब्जियाँ और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर भोजन, जैसे मछली और अलसी, दिल को स्वस्थ रखते हैं। फास्ट फूड और अत्यधिक नमक, चीनी, और ट्रांस फैट से बचना चाहिए। यह खाने की आदतें रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करती हैं, जिससे हृदय रोगों का खतरा कम होता है।
भोजन में कम खाएं
र, भोजन में जितनी भूख हो उससे 20 प्रतिशत कम खाना चाहिए। यह आदत दिल को स्वस्थ रखने में सहायक होती है। अधिक खाना खाने से शरीर में अनावश्यक फैट जमा हो सकता है, जो हृदय रोगों के लिए एक बड़ा कारण है।
व्यायाम का महत्व
व्यायाम दिल को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हफ्ते में कम से कम 150 मिनट का मध्यम व्यायाम, जैसे वॉकिंग, स्विमिंग या साइकिलिंग, हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखता है। इसके अलावा, व्यायाम मानसिक तनाव को भी कम करता है, जो हृदय पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।
तनाव कम करने के उपाय
मानसिक तनाव हृदय स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। योग, ध्यान, और प्राणायाम जैसी प्रथाएँ मानसिक शांति प्रदान करती हैं और तनाव को कम करती हैं। पर्याप्त नींद भी मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है।
धूम्रपान और शराब से बचें
धूम्रपान और शराब हृदय के लिए बेहद हानिकारक होते हैं। धूम्रपान रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है, जबकि शराब कैलोरी और वसा को बढ़ा सकती है। इस प्रकार के आदतों से बचना हृदय रोगों के खतरे को कम करता है।
हार्ट अटैक के लक्षण और उपचार
अगर किसी व्यक्ति को सीने में बेचैनी, दर्द या जलन महसूस हो रही हो, तो उसे तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। इसके अलावा, हाथ, कमर, गर्दन या जबड़े में दर्द, और टखनों और तलवों में सूजन भी हृदय रोग के संकेत हो सकते हैं। इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें और समय पर इलाज करवाएं।
कार्डियक अरेस्ट और उपचार
कार्डियक अरेस्ट हार्ट अटैक से भी अधिक खतरनाक हो सकता है।, यदि किसी को कार्डियक अरेस्ट आ जाता है, तो उसे तुरंत सीपीआर देना चाहिए। इससे जान बचने की संभावना 30-40 प्रतिशत बढ़ जाती है। हार्ट अटैक आने पर व्यक्ति के कपड़े ढीले कर देने चाहिए और उसे तुरंत चिकित्सा सहायता प्रदान करनी चाहिए।
रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल की जांच
हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल हृदय रोगों के प्रमुख कारण होते हैं। इनका नियमित रूप से परीक्षण करवाना और डॉक्टर से सलाह लेना हृदय को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है। यदि इन स्तरों को नियंत्रित किया जाए, तो हृदय रोगों का खतरा कम हो सकता है।
स्वस्थ रिश्ते और सकारात्मक मानसिकता
हृदय स्वास्थ्य सिर्फ शारीरिक नहीं, मानसिक भी होता है। अपने प्रियजनों के साथ समय बिताना और अच्छे रिश्ते बनाए रखना हृदय स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। सकारात्मक मानसिकता रखने से तनाव कम होता है और हृदय को भी लाभ मिलता है।