सेवा की परंपरा को निभाते हुए तीसरे वर्ष भी आयोजित हुआ रक्तदान शिविर, युवाओं ने दिखाया उत्साह
पूर्वजों की स्मृति मे तीसरे साल आयोजित रक्तदान शिविर में 35 से अधिक लोगों ने किया जीवनदान.....

बिलासपुर
रक्तदान शिविर,
तीन वर्षों से निरंतर चल रही सेवा की यह मिसाल, आज एक बार फिर बिलासपुर के मंगला चौक स्थित बालाजी चेरिटेबल ब्लड बैंक में देखने को मिली। जहां श्रद्धांजलि सिर्फ फूलों से नहीं बल्कि रक्त की बूंदों से दी गई। स्व. सरोजनी देवी, सरिता देवी और उर्मिला केडिया जी की स्मृति में आयोजित इस रक्तदान एवं मेडिकल शिविर में 35 से अधिक लोगों ने रक्तदान कर समाज को इंसानियत का संदेश दिया। आयोजन का सबसे प्रेरणादायक पहलू यह रहा कि यह शिविर विगत तीन वर्षों से लगातार संचालित हो रहा है, और हर वर्ष सेवा की भावना पहले से और गहरी होती जा रही है। बारिश भी इस बार आस्था और सेवा के इस सिलसिले को नहीं रोक पाई……
शिविर के आयोजक राघव शरण अग्रवाल ने बताया कि वे लगातार तीन वर्षों से अपने पूर्वजों की स्मृति में इस रक्तदान शिविर का आयोजन कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “हर साल हमारा उद्देश्य यही रहता है कि ज़्यादा से ज़्यादा लोग इस मुहिम से जुड़ें और ज़रूरतमंदों तक समय पर रक्त पहुंचाया जा सके।” इस बार भी उन्हें समाज से सकारात्मक सहयोग मिला, और उन्होंने बालाजी चेरिटेबल बल्ड बैंक की पूरी टीम को बेहतर समन्वय और कार्य के लिए धन्यवाद दिया….
बालाजी चेरिटेबल ब्लड बैंक के मैनेजर जे पी मिश्रा ने जानकारी दी कि इस वर्ष भी शिविर का आयोजन स्व. सरिता देवी, सरोजनी देवी और उर्मिला केडिया जी की स्मृति में किया गया। मिश्रा जी ने बताया कि बारिश की परवाह किए बिना बड़ी संख्या में लोग पहुंचे, खासतौर पर युवा पीढ़ी ने रक्तदान के प्रति सकारात्मक सोच दिखाई। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि रक्तदान से शरीर कमजोर नहीं होता, बल्कि यह हृदय और आंतरिक अंगों के लिए लाभकारी होता है





