India Brazil missile deal 2025 : ब्राजील ने भारत के ‘आकाश’ डिफेंस सिस्टम की डील रोकी, आत्मनिर्भर भारत को झटका
India Brazil missile deal 2025

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ब्राजील दौरे के पांच दिन बाद ही भारत को रक्षा निर्यात के मोर्चे (India Brazil missile deal 2025 ) पर बड़ा झटका लगा है। ब्राजील ने भारत की स्वदेशी सतह से हवा में मार करने वाली ‘आकाश’ मिसाइल प्रणाली की खरीद से इंकार कर दिया है। ब्राजीलियन मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ब्राजील की सेना ने इस डील को प्रदर्शन में कमी और तकनीकी जरूरतों के अनुरूप न होने का हवाला देते हुए रोक दिया है।
हाई-स्पीड, लो-एल्टीट्यूड खतरों के लिए ‘अपर्याप्त’ बताया ‘आकाश’
ब्राजील के रक्षा विश्लेषकों ने ‘आकाश’ को आधुनिक युद्ध के लिए अपेक्षित मानकों से पीछे बताया है। रिपोर्टों में कहा गया है कि यह प्रणाली हाई-स्पीड और लो-एल्टीट्यूड टारगेट्स जैसे ड्रोन, क्रूज़ मिसाइल और स्मार्ट बम से निपटने में उतनी सक्षम नहीं है, जितनी कि आज की जरूरत है।
MBDA की ओर झुका ब्राजील
ब्राजील ने अब यूरोप की दिग्गज रक्षा कंपनी MBDA की ओर रुख किया है, जो अपनी Enhanced Modular Air Defence Solutions (EMADS) प्रणाली के लिए जानी जाती है। यह डिफेंस सिस्टम पहले से नाटो देशों में इस्तेमाल हो रहा है और अत्यधिक भरोसेमंद माना जाता है। ब्राजील और MBDA के बीच तकरीबन 1 अरब अमेरिकी डॉलर की संभावित डील को लेकर बातचीत चल रही है, जिसे लैटिन अमेरिका की सबसे बड़ी वायु रक्षा डील माना जा रहा है।
‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान को बड़ा झटका (India Brazil missile deal 2025)
भारत सरकार ने ‘आकाश’ प्रणाली को आत्मनिर्भर भारत अभियान की प्रमुख उपलब्धियों में शामिल किया था और इसे रक्षा निर्यात में प्रमुख भूमिका देने की योजना थी। लेकिन ब्राजील का यह रुख भारत के रक्षा उत्पादों की वैश्विक स्वीकार्यता पर सवाल खड़े करता है। यह मामला दर्शाता है कि भारत को तकनीकी स्तर पर अभी और सुधार करने की जरूरत है, ताकि वह नाटो मानकों के मुकाबले विश्वसनीय रक्षा उत्पाद तैयार कर सके।
विश्लेषण: वैश्विक मानकों की ओर ध्यान देना ज़रूरी
ब्राजील का यह कदम न सिर्फ एक डील का नुकसान है, बल्कि भारत की वैश्विक रक्षा छवि के लिए भी एक चेतावनी है। ऐसे समय में जब भारत रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है, विदेशी ग्राहकों की अपेक्षाओं को समझना और उनके मुताबिक उत्पादों को परिष्कृत करना बेहद जरूरी हो गया है।(India Brazil missile deal 2025)





