होली:गुजिया और गुझिया में क्या है अंतर? जानें इस होली स्पेशल मिठाई से जुड़ी रोचक बातें

होली का त्योहार मिठाइयों और पकवानों के बिना अधूरा सा लगता है। खासतौर पर गुजिया या गुझिया इस त्योहार की शान होती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि गुजिया और गुझिया में क्या फर्क होता है? अक्सर लोग इन दोनों नामों को लेकर भ्रमित हो जाते हैं, लेकिन असल में इनके बीच अंतर बहुत मामूली है।
नाम और क्षेत्रीय प्रभाव
गुजिया और गुझिया के नाम में सिर्फ उच्चारण का अंतर है। उत्तर भारत में इसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है। राजस्थान, मध्य प्रदेश, दिल्ली और हरियाणा में इसे गुजिया कहा जाता है, जबकि उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में इसे गुझिया कहते हैं।
बनाने की विधि में हल्का अंतर
गुजिया और गुझिया दोनों मैदे की लोई से बनाई जाती हैं, जिनमें खोया, नारियल, सूखे मेवे और चीनी की स्टफिंग भरी जाती है। हालांकि, कुछ जगहों पर गुझिया को ज्यादा कुरकुरा बनाया जाता है और उसके ऊपर चाशनी की परत भी चढ़ाई जाती है।
आकार और बनावट में फर्क
गुजिया आमतौर पर हल्के घुमावदार किनारों वाली होती है, जबकि गुझिया का आकार थोड़ा छोटा और मोटा हो सकता है।
स्वाद और टेक्सचर में अंतर
गुजिया की फिलिंग में मुख्य रूप से खोया और ड्राई फ्रूट्स होते हैं, जिससे इसका स्वाद समृद्ध और मीठा होता है। वहीं, गुझिया में खोया के साथ सूजी या नारियल भी मिलाया जाता है, जिससे इसका टेक्सचर हल्का और कुरकुरा हो जाता है।
निष्कर्ष
गुजिया और गुझिया में कोई बड़ा अंतर नहीं है। यह सिर्फ नाम और क्षेत्रीय स्वाद का खेल है। चाहे इसे गुजिया कहें या गुझिया, यह मिठाई होली के उत्साह को दोगुना कर देती है!





