नकली प्रोटीन पाउडर से हो सकता है बड़ा नुकसान – ऐसे करें पहचान

आज के समय में जहां फिटनेस और बॉडी बिल्डिंग का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है, वहीं प्रोटीन सप्लीमेंट्स का चलन भी काफी बढ़ चुका है। शरीर को फिट और मसल्स बनाने के लिए लोग प्रोटीन पाउडर का इस्तेमाल करने लगे हैं, लेकिन मार्केट में नकली प्रोटीन तेजी से फैल रहा है जो न सिर्फ आपकी मेहनत बर्बाद कर सकता है, बल्कि सेहत के लिए खतरनाक भी साबित हो सकता है।
नकली प्रोटीन से हो सकता है ये नुकसान:
किडनी और लिवर पर बुरा असर
हार्मोनल इम्बैलेंस
पाचन तंत्र कमजोर
स्किन एलर्जी और एक्ने
लंबे समय तक सेवन से क्रॉनिक बीमारियां
नकली प्रोटीन पाउडर की पहचान कैसे करें?
पैकिंग और लेबल ध्यान से देखें
असली ब्रांड की पैकिंग प्रोफेशनल और साफ होती है।
नकली प्रोटीन में:
प्रिंट हल्का या धुंधला हो सकता है
ब्रांड नाम गलत लिखा हो सकता है
लेबल टेढ़ा-मेढ़ा या घटिया क्वालिटी का हो सकता है
QR कोड और सिक्योरिटी होलोग्राम जांचें
असली प्रोटीन पाउडर पर QR कोड या होलोग्राम होता है जिसे स्कैन किया जा सकता है
नकली प्रोडक्ट्स में ये कोड गायब होता है या आसानी से छिल सकता है
स्मेल और टेस्ट करें
असली प्रोटीन की स्मेल हल्की और टेस्ट नॉर्मल होता है
नकली में कड़वा या अजीब स्वाद और गंध हो सकती है
केमिकल जैसी स्मेल आए तो तुरंत इस्तेमाल बंद कर दें
ब्रांड, बैच नंबर और मैन्युफैक्चरिंग डिटेल देखें
असली उत्पादों पर पूरी डिटेल्स साफ-साफ होती हैं
नकली में जानकारी अधूरी या अस्पष्ट हो सकती है
बिना लाइसेंस और अप्रूवल वाले सप्लीमेंट्स से बचें
जला कर टेस्ट करें
थोड़ा सा पाउडर लेकर जलाएं
असली प्रोटीन जलकर राख बनता है
नकली पाउडर पिघलने लगता है या प्लास्टिक जैसी बदबू देता है
क्या करें सुरक्षित खरीदारी के लिए?
हमेशा ब्रांडेड और भरोसेमंद सप्लीमेंट स्टोर या वेबसाइट से ही खरीदें
बिल जरूर लें
कोई संदेह हो तो कस्टमर केयर से पुष्टि करें
लोकल दुकानों से या बहुत सस्ते दाम पर मिलने वाले प्रोडक्ट्स से सावधान रहें





