बलरामपुर में हाथियों का आतंक, एक हफ्ते में चार की मौत

बलरामपुर: जिले में हाथियों का आतंक बढ़ता जा रहा है। बीते एक हफ्ते में इन हमलों में चार लोगों की मौत हो चुकी है। ताजा मामला सेमरसोत अभ्यारण्य के कादौरा वन परिक्षेत्र के घाघरा गांव का है, जहां एक किसान की हाथी के हमले में मौत हो गई। मृतक खेत में मक्के की फसल की रखवाली कर रहा था।
गांव वालों का कहना है कि हाथियों के झुंड ने कई घरों और फसलों को भी नुकसान पहुंचाया है। ग्रामीण डर के साए में जी रहे हैं और प्रशासन से मदद की मांग कर रहे हैं। वन विभाग ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है और हाथियों को नियंत्रित करने के लिए टीम भेजी है।
आईटीबीपी जवान ने गर्भवती महिला के लिए किया रक्तदान
नारायणपुर: भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवान केवल देश की सुरक्षा ही नहीं, बल्कि समाज सेवा में भी आगे हैं। 31 मार्च को नारायणपुर जिला चिकित्सालय में एक गर्भवती महिला सोनवती पोटाई को एबी पॉजिटिव रक्त की जरूरत पड़ी।
उनके पति सोमनाथ पोटाई ने ब्लड बैंक में रक्त की उपलब्धता पूछी, लेकिन यह दुर्लभ ब्लड ग्रुप वहां नहीं था। जब यह जानकारी आईटीबीपी 53वीं वाहिनी के जवान अमल साय को मिली, तो उन्होंने तुरंत जिला अस्पताल पहुंचकर स्वेच्छा से रक्तदान किया।
इस मानवीय कार्य के लिए सोनवती और उनके परिजनों ने आईटीबीपी के सेनानी अमित भाटी और उनकी टीम का आभार जताया। आईटीबीपी जवानों द्वारा समय-समय पर किए जाने वाले ऐसे सामाजिक कार्य नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में राहत पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं।