Deepseek R1 ने मचाया तहलका, प्रोजेक्ट की कम लागत विश्व भर की कंपनियों के लिए चुनौती

बीजिंग। चीन की एआई स्टार्टअप कंपनी दीपसीक ने हाल ही में अपनी नई एआई तकनीक, दीपसीक R1, पेश की है। आर वन दुनिया में तहलका मचा रही है। यह मॉडल ऑपरेशनल लागत में अन्य प्रमुख ए.आई. सिस्टम्स जैसे OpenAI के GPT-4, Meta के Llama और Google के Gemini से कहीं सस्ता है, लेकिन इसके प्रदर्शन में किसी से पीछे नहीं है।
दीपसीक R1 को मार्क एंड्रीसन, प्रमुख टेक निवेशक, ने “ए.आई. का स्पुतनिक पल” कहा। उन्होंने इसे ए.आई. क्षेत्र में एक अहम कदम और अद्भुत सफलता माना। दीपसीक का दावा है कि इस मॉडल को सिर्फ 5.6 मिलियन डॉलर की लागत से तैयार किया गया है, जो अन्य अमेरिकी कंपनियों के मुकाबले काफी कम है। दीपसीक की सफलता से न केवल चीन की तकनीकी क्षमता को बल मिला है, बल्कि इसने ए.आई. के खर्चों को लेकर उठ रहे सवालों को भी जन्म दिया है। दीपसीक का R1 मॉडल ओपन-सोर्स है, जिससे अन्य कंपनियां भी इसे टेस्ट और सुधार सकती हैं।
इस नई टेक्नोलॉजी ने दीपसीक ऐप को ऐप स्टोर पर जबरदस्त लोकप्रियता दिलाई, जिससे इसे 2 मिलियन से ज्यादा डाउनलोड मिल चुके हैं। ए.आई. क्षेत्र में यह सस्ता और प्रभावी समाधान उद्योग के लिए एक चुनौती साबित हो सकता है। ने हाल ही में अपनी नई ए.आई. तकनीक, दीपसीक R1 लांच की है। दीपसीक ये तकनीकी दुनिया में तहलका मचा रही है। यह मॉडल ऑपरेशनल लागत में अन्य प्रमुख ए.आई. सिस्टम्स जैसे OpenAI के GPT-4, Meta के Llama और Google के Gemini से कहीं सस्ता है, लेकिन इसके प्रदर्शन में किसी से पीछे नहीं है।
दीपसीक R1 को मार्क एंड्रीसन, प्रमुख टेक निवेशक, ने “ए.आई. का स्पुतनिक पल” कहा। उन्होंने इसे ए.आई. क्षेत्र में एक अहम कदम और अद्भुत सफलता माना। दीपसीक का दावा है कि इस मॉडल को सिर्फ 5.6 मिलियन डॉलर की लागत से तैयार किया गया है, जो अन्य अमेरिकी कंपनियों के मुकाबले काफी कम है। दीपसीक की सफलता से न केवल चीन की तकनीकी क्षमता को बल मिला है, बल्कि इसने ए.आई. के खर्चों को लेकर उठ रहे सवालों को भी जन्म दिया है। दीपसीक का R1 मॉडल ओपन-सोर्स है, जिससे अन्य कंपनियां भी इसे टेस्ट और सुधार सकती हैं। ए.आई. क्षेत्र में यह सस्ता और प्रभावी समाधान उद्योग के लिए एक चुनौती साबित हो सकता है।