Custom Milling Ghotola CG: राइस मिलर्स का बिल पास कराने मार्कफेड एमडी, एसोसिएशन कोषाध्यक्ष ने वसूले 140 करोड़

रायपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित कस्टम मिलिंग घोटाले में EOW ने स्पेशल कोर्ट में 3500 पेज का चालान पेश किया। EOW ने चालान पेश करने के साथ ही 35 पेज की समरी भी सौंपी है।
EOW की जांच में पता चला है, कि राइस मिलर्स से उनके बिल पास कराने के बदले रिश्वत ली जा रही थी। इस घोटाले में 140 करोड़ रुपये की अवैध वसूली का खुलासा हुआ है। यह पेसा मार्कफेड एमडी और मिल एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष के पास पहुंचा है। इस घोटाले के मुख्य आरोपी मार्कफेड के पूर्व एमडी मनोज सोनी और राइस मिल एसोसिएशन के पूर्व कोषाध्यक्ष रोशन चंद्राकर पहले से ही जेल में हैं।चालान पेश होने के बाद मामले की अगली सुनवाई 25 फरवरी को होगी।
अक्टूबर 2023 में छापे के दौरान मिले थे सबूत
ED ने अक्टूबर 2023 में छापा मारकर 1.06 करोड़ रुपये नकद और कई अहम दस्तावेज बरामद किए थे। इसी जांच के आधार पर EOW ने FIR दर्ज की थी।बीजेपी विधायक शिवरतन शर्मा ने विधानसभा में इस घोटाले का मुद्दा उठाया था, जिसमें प्रति टन 20 रुपये की अवैध वसूली का आरोप लगाया गया था।
फोर्टिफाइड राइस के भुगतान पर भी वसूली का आरोप
राइस मिलर्स ने फोर्टिफाइड राइस का भुगतान करने पर पैसे मांगने का आरोप लगाया था। उनके अनुसार, केंद्र सरकार ने PDS के जरिए गरीबों को दिए जाने वाले अनाज की पौष्टिकता बढ़ाने के लिए फोर्टिफाइड राइस की मात्रा बढ़ाने का आदेश दिया था। सरकार के आदेश के मुताबिक, FCI और नागरिक आपूर्ति निगम में जमा होने वाले चावल में एक प्रतिशत फोर्टिफाइड राइस कर्नेल होना चाहिए। 99 किलो सामान्य चावल का पैमाना तय किया गया था। आरोप है कि इसमें कमीशनखोरी और घूसखोरी का खेल चला।