दवा का कोर्स अधूरा छोड़ना क्यों है खतरनाक?

course of medicine incomplete:क्या आप भी बुखार या किसी संक्रमण में डॉक्टर द्वारा दी गई दवा कुछ दिन लेकर ही बंद कर देते हैं क्योंकि अब आप ठीक महसूस करने लगे हैं? अगर हां, तो यह आपकी सेहत के लिए एक बड़ी गलती हो सकती है।
1. बीमारी की जड़ नहीं, सिर्फ लक्षण हटते हैं
अक्सर मरीज दवा लेते ही राहत महसूस करने लगते हैं और सोचते हैं कि अब उन्हें और दवा की जरूरत नहीं। लेकिन दवाएं सिर्फ लक्षणों को नहीं, बीमारी की जड़ को खत्म करती हैं। यह प्रक्रिया पूरी होने में समय लगता है और इसके लिए दवा का कोर्स पूरा करना बेहद जरूरी है।
2. बैक्टीरिया पूरी तरह नहीं मरते
जब आप दवा अधूरी छोड़ देते हैं, तो शरीर में मौजूद बैक्टीरिया या वायरस पूरी तरह खत्म नहीं होते। बचे हुए बैक्टीरिया दोबारा सक्रिय हो जाते हैं और बीमारी फिर से लौट सकती है — इस बार और भी गंभीर रूप में।
3. दवाओं के प्रति प्रतिरोधक क्षमता
बार-बार अधूरी दवा लेने से बैक्टीरिया उस दवा के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर लेते हैं। इसका मतलब है कि वही दवा भविष्य में काम नहीं करेगी। इससे इलाज और भी मुश्किल हो सकता है और आपको ज्यादा असरदार (और महंगी) दवाओं की जरूरत पड़ सकती है।
4. इम्यून सिस्टम पर बढ़ता है दबाव
अधूरा इलाज शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली (immune system) पर अत्यधिक दबाव डालता है। बार-बार एक ही बीमारी से लड़ते-लड़ते शरीर थक जाता है, जिससे आपकी समग्र सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है।
5. हॉस्पिटल में भर्ती की नौबत
दवाओं का कोर्स पूरा न करने से बीमारी दोबारा हो सकती है और ज्यादा गंभीर रूप ले सकती है। ऐसे में मरीज को अस्पताल में भर्ती होने की नौबत तक आ सकती है।
क्या करें?
डॉक्टर द्वारा बताए गए समय तक दवाएं जरूर लें, भले ही आप पहले ही बेहतर महसूस करने लगें।
बिना डॉक्टर की सलाह के दवा न रोकें और न ही बदलें।
अगर किसी दवा से साइड इफेक्ट हो रहा है, तो डॉक्टर से संपर्क करें।





