उत्तर प्रदेश में बीजेपी के कार्यक्रम में बवाल, मंच पर पूर्व विधायक और ब्लॉक प्रमुख में मारपीट

उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के आठ साल पूरे होने के उपलक्ष्य में जगह-जगह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) द्वारा कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इन कार्यक्रमों में सरकार की उपलब्धियों को गिनाया जा रहा है, लेकिन मुरादाबाद की कांठ विधानसभा में आयोजित एक कार्यक्रम में मंच पर ही जबरदस्त हंगामा हो गया। यहां बीजेपी के पूर्व विधायक और ब्लॉक प्रमुख के बीच मारपीट हो गई, जिससे समर्थकों के बीच भी झड़प हो गई। मंच पर कुर्सियां और पानी की बोतलें तक फेंकी गईं।
मंच पर भिड़े बीजेपी नेता, पुलिस को करना पड़ा हस्तक्षेप
मामला कांठ विधानसभा क्षेत्र के थाना छजलैट इलाके का है, जहां बीजेपी का एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस दौरान पूर्व विधायक राजेश कुमार उर्फ चुन्नू और ब्लॉक प्रमुख राजपाल सिंह के बीच तीखी नोकझोंक हो गई, जो बाद में हाथापाई में बदल गई। विवाद मुख्य अतिथि की कुर्सी को लेकर हुआ था। दोनों नेता एक-दूसरे से उलझ पड़े, जिसके बाद समर्थक भी मैदान में उतर आए और हंगामा होने लगा।
महिला नेता को मंच पर चढ़ने से रोका, बढ़ा विवाद
पूर्व विधायक राजेश कुमार ने आरोप लगाया कि कार्यक्रम में आंचल चौधरी, जो मंडल अध्यक्ष हैं, को मंच पर चढ़ने नहीं दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि आंचल चौधरी महिला हैं, इसलिए उनके साथ बदतमीजी की गई और जबरन मंच से हटाने की कोशिश की गई। इसी दौरान जब पूर्व विधायक ने आयोजकों से अपनी कुर्सी के बारे में पूछा तो ब्लॉक प्रमुख ने उनसे अभद्र भाषा में बात की और कार्यक्रम में उनकी उपस्थिति पर सवाल उठाया।
कुर्सियों और पानी की बोतलों से हुआ हमला
विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों के समर्थक भी भिड़ गए और एक-दूसरे पर कुर्सियां और पानी की बोतलें फेंकने लगे। इस झड़प में ब्लॉक प्रमुख घायल हो गए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और दोनों पक्षों को शांत कराया। हालांकि, अब तक किसी भी पक्ष ने पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई है।
वीडियो हुआ वायरल, जिले में चर्चा का विषय
इस हंगामे का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। भाजपा के कार्यक्रम में इस तरह की घटना जिलेभर में चर्चा का विषय बन गई है। पूर्व विधायक ने ब्लॉक प्रमुख पर समाजवादी पार्टी का समर्थन करने का आरोप लगाया, वहीं ब्लॉक प्रमुख ने भी पूर्व विधायक पर आरोप लगाए। हालांकि, बीजेपी के स्थानीय नेतृत्व ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और मामले की जांच कराने की बात कही है।





