Celebration of Makar Sankranti in Bilaspur: श्रद्धा के साथ मनाया गया मकर संक्रांति का पर्व, पतंग उत्सव का हुआ आयोजन

बिलासपुर। सनातन धर्म में मकर संक्रांति का विशेष महत्व है। यह पर्व हर साल सूर्य देव के मकर राशि में गोचर करने की तिथि पर मनाया जाता है। इस दिन ब्रह्म बेला में गंगा स्नान किया जाता है। इसके बाद पूजा, जप-तप एवं दान-पुण्य किया जाता है। सनातन शास्त्रों में निहित है कि मकर संक्रांति पर गंगा स्नान करने से जाने-अनजाने में किए गए पाप नष्ट हो जाते हैं। वहीं, सूर्य देव की उपासना करने से आरोग्य जीवन का वरदान मिलता है।इस शुभ अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा समेत पवित्र नदियों में आस्था की डुबकी लगाते हैं।
साथ ही पूजा, जप-तप और दान-पुण्य करते हैं। मकर संक्रांति के दिन पितरों का तर्पण और पिंडदान भी किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि मकर संक्रांति के समय सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं लिहाजा इस दिन को मकर संक्रांति के रूप में मनाया जाता है ऐसे में मंगलवार को देशभर में मकर संक्रांति का पर मनाया गया इस अवसर पर लोगों ने श्रद्धा के साथ दान पुण्य किया मंदिरों में जहां लोग दान पूर्ण करने सामग्री लेकर पहुंचते रहे तो शहर में जगह-जगह लोगों से दानपुर का सामान लेने स्टॉल भी लगाए गए थे।
पतंग उत्सव का आयोजन
मकर संक्रांति के अवसर पर पतंग उत्सव का भी एक अलग ही आनंद देखने को मिलता है। यही वजह है कि इस दिन आसमान पर रंग-बिरंगे पतंग उड़ाते नजर आते हैं हर वर्ग के लोग इस दिन पतंग का आनंद उठाते हैं बिलासपुर में भी मंगलवार को मकर संक्रांति के पावन अवसर पर पतंग उत्सव का आयोजन किया गया।
व्यापार विहार स्थित पंडित दीनदयाल उद्यान के सामने आयोजित इस पतंग उत्सव में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया और पतंगबाजी का आनंद उठाया। बिलासपुर में मकर संक्रांति के पावन अवसर पर इसी तरह से पतंग उत्सव के माध्यम से धार्मिक और सामाजिक उत्सव के रूप में इस दिन को मनाया जाता है। पतंग उत्सव में भाग लेने बड़ी संख्या में बच्चों के साथ यहां उनके अभिभावक पहुंचे और पतंग उत्सव में भाग लिया।