Baloch Genocide Remembrance Day: प्रदर्शन में शामिल होने अफगानिस्तान-ईरान से पहुंच रहे नागरिक, प्रशासन को दी चुनौती

बलूचिस्तान। पाकिस्तान के बलूचिस्तान में हुए नरसंहार का पीड़ित परिवार स्मृति दिवस मनाकर प्रदर्शन कर रहा है। बलूचिस्तान के दूरदराज़ इलाकों से परिवारों सहित भागीदारों के दलबंदिन पहुंचने का सिलसिला जारी है, जहां बलूच यकजिहती कमेटी (BYC) द्वारा 25 जनवरी को “बलूच जनसंहार स्मृति दिवस” मनाने के लिए बड़ा विरोध प्रदर्शन आयोजित किया जा रहा है।
प्रदर्शन में बलूचिस्तान के विभिन्न हिस्सों से लोग सरकार की “दमनकारी नीतियों” और क्षेत्र में हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए भाग लेंगे। इस साल का प्रदर्शन पिछले साल के “बलूच राजी मुची” जैसा ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जिसमें अधिकारियों ने डिजिटल कनेक्टिविटी बंद कर दी थी और आयोजकों व भागीदारों पर कड़ी कार्रवाई की थी।
गुलज़दी बलूच, जो BYC की प्रमुख नेता हैं, ने पुष्टि की है कि गायब हुए लोगों के परिवार और अन्य बलूच लोग, चाहे रास्तों में रुकावट हो, लंबी दूरी तय कर इस प्रदर्शन में भाग लेने के लिए दलबंदिन पहुंच रहे हैं। अफगानिस्तान और ईरान से भी बलूच नागरिक इसमें शामिल होने का प्रयास कर रहे हैं। BYC के आयोजकों ने चेतावनी दी है कि अगर कोई हिंसा होती है, तो इसका कड़ा प्रतिकार किया जाएगा। इसके अलावा, अधिकारियों द्वारा इंटरनेट बंद करने और विरोध प्रदर्शनों पर कार्रवाई करने की प्रचलित आदतों की भी आलोचना की जा रही है।मानवाधिकार संगठनों और पर्यवेक्षकों ने इन कड़े कदमों पर चिंता जताई है, जो विरोध की आवाज़ों को दबाने की कोशिश के रूप में देखे जा रहे हैं।