Organization of poetry seminar: कवियों ने कविता के माध्यम से की छत्तीसगढ़ी बोली को पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग

Organization of poetry seminar (रायपुर) : छत्तीसगढ़ की सामाजिक और साहित्यिक संस्था वक्ता मंच ने बसंत पंचमी की पूर्व संध्या काव्य गोष्ठी का आयोजन किया। इस आयोजन में प्रदेशभर के कवि शामिल हुए। उन्होंने छत्तीसगढ़ी में अपनी कविताओं की प्रस्तुती दी। यह आयोजन राजधानी रायपुर के वृंदावन हॉल में किया गया था। इस दौरान कवियों ने छत्तीसगढ़ी भाषा को प्राथमिक शाला के पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग की। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार सुशील भोले ने की।
एम ए छत्तीसगढी छात्र संगठन के अध्यक्ष ऋतुराज साहू और वरिष्ठ पत्रकार राजकुमार धर द्विवेदी विशेष अतिथि थेl वक्ता मंच के संयोजक शुभम साहू ने काव्य गोष्ठी का प्रभावी संचालन किया। वक्ता मंच के अध्यक्ष राजेश पराते के स्वागत भाषण से काव्य गोष्ठी की शुरुआत हुई। काव्य गोष्ठी में शामिल होने के लिए दुर्ग, भिलाई, राजिम, रायपुर, मुंगेली, बिलासपुर, राजिम, रायगढ़, जांजगीर, तिल्दा नेवरा सहित प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से पहुंचे 75 कवियों ने 5 घंटे तक काव्य पाठ कर देश और प्रदेश के समक्ष उपस्थित ज्वलंत मुद्दों को उठाया।