छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र हंगामे और पक्ष-विपक्ष के बीच तीखी नोक-झोक के बाद अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया। इस सत्र के दौरान कुल चार सत्रों में लगातार हंगामा हुआ और सदन में माहौल गरमाया। हालांकि, इस दौरान कई महत्वपूर्ण विधेयकों पर चर्चा की गई और कुछ विधेयक पारित भी किए गए, जिनमें विपक्ष की मौजूदगी और गैरमौजूदगी दोनों ही स्थितियां देखने को मिलीं।
विधानसभा के इस सत्र में जनता से जुड़े कई मसलों पर चर्चा हुई, जिनमें किसानों, बेरोजगारों, और अन्य सामाजिक मुद्दों पर विस्तृत विमर्श हुआ। हालांकि, हंगामे और गतिरोध के बावजूद, कुछ महत्वपूर्ण विधेयकों को पास किया गया, जो राज्य के लिए काफी अहम थे। इन विधेयकों को पारित करने के दौरान विपक्ष की न केवल नारेबाजी बल्कि सदन से बाहर जाने जैसी रणनीतियों को भी देखा गया।
इस सत्र में राज्य के विकास और जनता के मुद्दों पर कई महत्वपूर्ण चर्चा हुई, हालांकि सदन का माहौल लगातार गर्म रहा और कार्यवाही पर असर पड़ा। अंत में, हंगामे के चलते विधानसभा सत्र को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया,