नागपंचमी को लेकर चेतावनी… ‘नागराज’ के साथ खेल तो हो जाएगी जेल, चप्पे-चप्पे पर रहेगी नजर
9 अगस्त को नागपंचमी है. लेकिन मध्य प्रदेश में नागपंचमी से पहले ही वन विभाग ने बड़ा फैसला लिया है. वन विभाग ने कहा कि सांपों को लेकर प्रदर्शन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. अगर सपेरे इस दिन सांप लेकर घरों से बाहर निकलकर लोगों से दान मांगते हैं तो इसे भी अपराध माना जाएगा. उड़नदस्ता दल ऐसे लोगों को पकड़ने के लिए चप्पे-चप्पे पर नजर रखेगा.
नागपंचमी के मौके पर हर गली मोहल्लों में सपेरों की बीन की आवाज सुनाई देना आम सी बात है. सपेरे इस दिन तरह-तरह के सांपों का प्रदर्शन करते हैं. फिर धार्मिक महत्व बताकर पूजन के बहाने श्रद्धालुएं से बड़ी राशि की मांग भी करते हैं. लेकिन मध्य प्रदेश में इस बार ऐसा करने वालों की खैर नहीं है.
जबलपुर के वन मंडल अधिकारी ने बताया कि सांपों को पकड़ना और उनका प्रदर्शन भारतीय वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत अपराध है. इसकी धाराओं और उप धाराओं का उल्लंघन करने पर सख्त सजा का प्रावधान है. कई बार ऐसा होता है कि जब सपेरे सांपों को पकड़ते हैं तो वो घायल हो जाते हैं. यह एक तरह का अपराध ही है, किसी बेजुबान को आप बेवजह नुकसान पहुंचा रहे हैं. कई बार तो सांप पकड़े जाने के दौरान मारे भी जाते हैं.जागरुकता अभियान चलाया जा रहा
अधिकारी ने कहा- सांपों को पकड़ने एवं प्रदर्शन करने के लिये किसी व्यक्ति को उकसाना भी अपराध की श्रेणी में आता है. राज्य में वन विभाग द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसका मकसद सांपों के प्रदर्शन पर रोक रहे. साथ ही आमजन में जागरूकता आए कि सांपों का प्रदर्शन ठीक नहीं है, यह उनके साथ अत्याचार है. दूसरी ओर सपेरों पर भी नजर रखी जा रही है ताकि वे न तो इस मौसम में सांपों को पकड़ सकें और न ही उनका प्रदर्शन कर सकें. सपेरे प्रदर्शन करते पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई भी होगी.