मां-बेटी ने मिलकर ठगे 11 लाख रुपये, पुलिस ने उन्हें किया गिरफ्तार…
रायपुर| राजधानी रायपुर में मां बेटी ने मिलकर एम्स अस्पताल में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी की है। ठगी का शिकार होने वाला मंदिर का पुजारी है। ठग और पुजारी का मुलाकात मंदिर में हुई। इस दौरान ठग ने एम्स में काम करने और बड़े अधिकारियों से पहचान होने की बात कही। ठग ने नौकरी का झांसा देते हुए लाखों की ठगी की। मामले कि शिकायत के बाद दोनों आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पूरा मामला रायपुर के आमानाका थाना क्षेत्र का है। ठगी का शंका होने पर प्रार्थी अजीत मिश्रा ने थाना पहुंचकर रिपोर्ट लिखाई है। उसने रिपोर्ट में बताया कि वह कंचन विहार कॉलोनी स्थित गौरीशंकर मंदिर में पुजारी का काम करता है। मंदिर में आने-जाने के दौरान पुनम नेहाल और उसकी बेटी संजना नेहाल से मुलाकात हुई। इस दौरान उन्होंने खुद को एम्स अस्पताल में काम करना बताया। इसके साथ ही बड़े-बड़े अधिकारियों से पहचान होना बताया।
इन पदों पर नौकरी लगवाने के नाम पर की ठगी
ठग ने झांसा देते हुए कहा कि एम्स अस्पताल स्थित मंदिर में पुजारी का पद निकला है। साथ ही कंप्यूटर ऑपरेटर का पद निकलना भी बताया। इन पदों पर नौकरी लगवाने के नाम पर झांसा दिया गया। प्रार्थी ने बताया कि उसे अस्पताल के मंदिर में और उसके रिश्तेदार को कंप्यूटर के पद पर नौकरी लगवाने के नाम पर साल 2021 में कुल 11 लाख 16 हजार रुपये ठग को दिए थे।
ठगी कर फरार थे ठग
इसके बाद ठग प्रार्थी और उसके रिश्तेदार का सरकारी नौकरी नहीं लगवाया। नौकरी नहीं लगने और काफी समय होने पर प्रार्थी ने महिला और उसकी बेटी से नौकरी के नाम पर दिए गए पैसों को वापस मांगा गया। इस पर ठग ने चार लाख रुपये वापस किया। बाकी के रकम सात लाख 16 हजार रुपये को वापस करने में दो सालों से टाम-मटोल कर प्रार्थी को घुमाया जा रहा था।
मां-बेटी को पुलिस ने किया गिरफ्तार
इसके बाद बाद प्रार्थी ने आमानाका थाना पहुंचकर नौकरी के नाम पर ठगी का रिपोर्ट लिखाया। इस पर अपराध क्रमांक 340/24 धारा 420,34 भादवि पंजीबद्ध कर विेवेचना में लिया गया। शिकायत के बाद पुलिस ने खोजबीन शुरू की। इस दौरान मामले में पुलिस ने ठग पुनम निहाल और उसकी बेटी संजना निहाल को गिरफ्तार किया गया।