स्वप्निल कुसाले ने इतिहास रच दिया है। उन्होंने पुरुषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन में भारत को कांस्य पदक दिलाया है। यह इस ओलंपिक में शूटिंग में भारत को तीसरा पदक है। स्वप्निल से पहले मनु भाकर ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य जीता था। वहीं, मनु ने सरबजोत के साथ मिलकर 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित स्पर्धा में भी कांस्या अपने नाम किया था। स्वप्निल महिला या पुरुषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन में ओलंपिक मेडल जीतने वाले पहले भारतीय हैं।
स्वप्निल का पदक अप्रत्याशित था, क्योंकि किसी ने उन्हें पदक की दौड़ में नहीं रखा था। हालांकि, उन्होंने सभी को चौंकाते हुए कांस्य पदक अपने नाम किया। राइफल थ्री पोजिशन में निशानेबाज तीन पोजिशन में निशाना लगाता है। इनमें नीलिंग यानी घुटने के बल बैठकर, प्रोन यानी पेट के बल लेटकर और स्टैंडिंग यानी खड़े खड़े शॉट लगाया जाता है। स्वप्निल नीलिंग और प्रोन तक पीछे चल रहे थे। हालांकि, स्टैंडिंग पोजिशन में स्वप्निल ने गजब का कमबैक किया और पदक अपने नाम किया।
स्वप्निल ने नीलिंग पोजिशन में 153.3 का स्कोर बनाया था। इसके बाद प्रोन पोजिशन में उनका कुल स्कोर 310.1 हो गया था। नीलिंग और प्रोन पोजिशन के बाद स्टैंडिंग पोजिशन में दो शॉट के बाद एलिमिनेशन राउंड की शुरुआत हुई। नीलिंग राउंड में स्वप्निल छठे स्थान और प्रोन पोजिशन के बाद भी पांचवें स्थान पर रहे थे।
हालांकि, जैसे ही एलिमिनेशन राउंड की शुरुआत हुई, स्वप्निल पहले पांचवें और फिर तीसरे स्थान पर पहुंच गए। पूरे एलिमिनेशन राउंड में स्वप्निल तीसरे स्थान पर रहे। वह दूसरे स्थान पर रहे शूटर यूक्रेन के सेरही से .5 अंक पीछे रह गए और रजत से चूक गए। स्वप्निल ने हालांकि, पदक जीतने के साथ भारतीय फैंस का दिल जीत लिया। स्वप्निल का फाइनल स्कोर 451.4 का रहा। चीन के यूकुन लियू ने 463.6 के स्कोर के साथ स्वर्ण पदक पर कब्जा किया, जबकि यूक्रेन के सेरही कुलिश ने 461.3 के स्कोर के साथ रजत पदक जीता।