YouTube पर सीख कर घर में छाप डाली नकली करेंसी, नोटों की प्रिंटिंग देख पुलिस भी रह गई हैरान!
हरिद्वार: उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में पुलिस ने नकली नोटों के साथ बाइक सवार चार आरोपियों को गिरफ्तार किया. आरोपियों के कब्जे से 500-500 के 44 नोट नकली नोट यानी कुल 22 हजार रुपए बरामद हुए है. पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर उसने पूछताछ की तो कई चौकने वाली जानकारी सामने आई है. इसके बाद पुलिस ने दो और आरोपियों को देहरादून से अरेस्ट किया, जिसमें पास भी करीब दो लाख रुपए नकली नोट बरामद हुए.
जानकारी के मुताबिक रानीपुर कोतवाली क्षेत्र में पुलिस चेकिंग कर रही थी. तभी उनकी नजर दो बाइकों पर सवार चार लोगों पर पड़ी, जिन्हें पुलिस ने रोक लिया. पुलिस ने जब आरोपियों की तलाशी ली तो उनके पास करीब 44 नकली नोट निकले. सभी नोट 500-500 के थे.
पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपियों के नाम: पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपियों के नाम सौरभ निवासी थाना देवबंद जिला सहारनपुर, निखिल निवासी थाना सरसावा जिला सहारनपुर, अनंतबीर थाना बाबूगढ छावनी जिला हापुड़ और नीरज निवासी गांधी कॉलोनी देवबंद सहारनपुर हैं. चारों आरोपियों से जब पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि उनके दो अन्य साथी मोहित और विशाल देहरादून के सुद्धोवाला में किराए पर कमरे पर लैपटॉप व प्रिंटर की मदद से नकली नोट बनाने का काम करते है.
देहरादून से चल रहा पूरा खेल: हरिद्वार पुलिस ने तत्काल एक टीम को देहरादून भेजा और प्रेमनगर थाना क्षेत्र के सुद्धोवाला से मोहित को अरेस्ट किया. मोहित के पास भी पुलिस को करीब 500-500 के 200 नकली नोट यानी कुल एक लाख रुपए बरामद हुए. मोहित के कमरे से लैपटॉप, प्रिंटर, दो ब्लेड कटर, दो चमकीली ग्रीन टेप और नोट छापने का सामान बरामद किया.
घर पर ही बनाए जा रहे थे नकली नोट: इसके अलावा दूसरे आरोपी विशाल को पुलिस ने देहरादून के पटेल नगर थाना क्षेत्र के दून एनक्लेव से गिरफ्तार किया. विशाल के पास भी 500-500 के 207 नकली नोट यानी कुल मिलाकर एक लाख तीन हजार रुपए बरामद हुए है. इसके अलावा विशाल के कमरे से भी लैपटॉप, प्रिंटर व नकली नोट बनाने का सामान जब्त किया गया.
जानें कैसे बनाए जाते थे नकली नोट: पुलिस ने मुताबित पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने लैपटॉप में 500 के असली नोट स्केन कर रखे हुए थे. उसी असली नोट से आरोपी जाली नोट तैयार करत थे. इसके बाद उन नकली नोटो को आरोपी देहरादून और हरिद्वार के बाजारों में बड़ी चालाकी से चलाते थे.