खमतराई क्यों मिला 500 परिवारों को मिला नोटिस

बिलासपुर
बिलासपुर के खमतराई क्षेत्र स्थित अशोक नगर काली मंदिर के पास शासकीय भूमि पर अतिक्रमण को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है।
यहां बीते 10 से 15 वर्षों से रह रहे करीब 500 परिवारों को प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने का नोटिस थमा दिया है, जिससे क्षेत्र में तनाव और नाराजगी का माहौल है।
500 परिवारों को बेदखली का नोटिस
प्रशासन के मुताबिक यह भूमि शासकीय है और लंबे समय से अवैध कब्जा किए जाने की शिकायतें मिल रही थीं, जिसके आधार पर यह कार्यवाही शुरू की गई है।
लेकिन स्थानीय निवासियों का कहना है कि वे कई सालों से वहीं रह रहे हैं, कुछ ने स्थायी मकान तक बना लिए हैं।
विरोध में तहसील कार्यालय का घेराव
बुधवार को नोटिस से आक्रोशित सैकड़ों की संख्या में लोग बिलासपुर तहसील कार्यालय पहुंचे और जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन से मांग की कि—
उन्हें भूमि पर वैधानिक अधिकार (पट्टा) दिया जाए
उनके पुनर्वास की कोई उचित योजना बनाई जाए
निजी भूमि पर भी भेजे गए नोटिस वापस लिए जाएं
विरोध में क्या बोले प्रभावित लोग?
प्रदर्शनकारी विष्णु साहू और भक्त प्रहलाद रजक ने कहा कि
“हमने अपनी जिंदगी भर की कमाई से घर बनाए हैं। अगर हमें हटाया गया तो हम जाएंगे कहां?”
“बिना जांच और सुनवाई के सीधे नोटिस देना अन्याय है।”
प्रशासन का क्या कहना है?
इस मामले में जब मीडिया ने एसडीएम मनीष साहू से बात की, तो उन्होंने स्पष्ट किया कि— “शिकायतों के आधार पर शासकीय भूमि पर अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया की जा रही है।””पट्टा केवल शासन की नीति के अनुसार ही दिया जा सकता है।” “अगर किसी निजी भूमि पर गलती से नोटिस गया है, तो उसकी जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।”





