यूरोलॉजी जागरूकता दिवस: समय पर विशेषज्ञ से इलाज जरूरी, लापरवाही पड़ सकती है भारी

रायपुर। प्रतिवर्ष 13 अक्टूबर को भारत में यूरोलॉजी जागरूकता दिवस मनाया जाता है। इसी अवसर पर रायपुर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में छत्तीसगढ़ यूरोलॉजी एसोसिएशन ने आम जनता को मूत्र और किडनी से जुड़ी बीमारियों के प्रति जागरूक किया।
प्रेसवार्ता में बताया गया कि यूरोलॉजी से जुड़ी समस्याओं में समय पर यूरोलॉजिस्ट से इलाज कराना बेहद जरूरी है। सही समय पर विशेषज्ञ डॉक्टर से उपचार मिलने पर न सिर्फ बीमारी जल्दी ठीक होती है, बल्कि समय और पैसों की भी बचत होती है। जागरूकता की कमी के कारण अक्सर मरीज देर से यूरोलॉजिस्ट के पास पहुंचते हैं, जिससे समस्या गंभीर और जटिल हो जाती है।
यूरोलॉजिस्ट ने बताया कि वे नेशनल मेडिकल कमिशन से मान्यता प्राप्त सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर होते हैं, जिनके पास एमसीएच या डीएनबी यूरोलॉजी की डिग्री होती है। यूरोलॉजिस्ट महिलाओं, पुरुषों और बच्चों में किडनी, पेशाब की नली, मूत्राशय, प्रोस्टेट, अंडकोष और अन्य मूत्र व प्रजनन तंत्र से जुड़ी बीमारियों का इलाज और ऑपरेशन करते हैं। इन अंगों से जुड़े कैंसर, पथरी, संक्रमण, रुकावट, जन्मजात बीमारियों और चोटों के इलाज के लिए सीधे यूरोलॉजिस्ट से ही संपर्क करना चाहिए।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी बताया गया कि वर्तमान में केवल लगभग 30 प्रतिशत मरीज ही सीधे यूरोलॉजिस्ट तक पहुंच पाते हैं, जबकि 70 प्रतिशत मरीज पहले अन्य डॉक्टरों से इलाज कराते हैं। समस्या ठीक न होने पर अंत में उन्हें यूरोलॉजिस्ट के पास भेजा जाता है, जिससे बीमारी बढ़ जाती है और मरीज का समय व पैसा दोनों बर्बाद होते हैं।
यूरोलॉजिस्ट ने झोला छाप डॉक्टरों से इलाज न कराने की भी अपील की और कहा कि मूत्र संबंधी बीमारियां जीवन की गुणवत्ता पर गहरा असर डालती हैं। इसलिए सही जानकारी और सही डॉक्टर तक पहुंच बेहद जरूरी है।
अंत में छत्तीसगढ़ यूरोलॉजी एसोसिएशन ने मीडिया से आग्रह किया कि इस जागरूकता संदेश को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने में सहयोग करें, ताकि लोग समय रहते योग्य विशेषज्ञ से इलाज कराकर स्वस्थ जीवन जी सकें।





