मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बढ़ी कांग्रेस नेताओं की मुश्किले, राउज एवेन्यू कोर्ट में चार्जशीट दाखिल…

नई दिल्ली। नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य की मुश्किलें बढ़ गई है. प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने इस मामले में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की. इस चार्जशीट में ओवरसीज प्रमुख सैम पित्रोदा, सुमन दुबे और अन्य लोगों के नाम भी शामिल है. कोर्ट ने इस मामले में आरोपों पर संज्ञान लेने की सुनवाई की तारीख 25 अप्रैल तय की है.
इससे पहले स्पेशल जज विशाल गोगने ने 9 अप्रैल को दाखिल चार्जशीट की जांच की. कोर्ट ने अब इस मामले में आगे की कार्यवाही या सुनवाई के लिए 25 अप्रैल की तारीख मुकर्रर की है. माना जा रहा है कि इस मामले में सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत कई अन्य नेताओं की मुश्किलों में इजाफा हो सकता है.
विशेष न्यायाधीश विशाल गोगने ने कहा, ‘वर्तमान अभियोजन पक्ष की शिकायत पर संज्ञान के पहलू पर विचार किया जाएगा. जब ईडी के विशेष वकील और जांच अधिकारी अदालत के अवलोकन के लिए केस डायरी का उत्पादन भी सुनिश्चित करेंगे.’
यह पहली बार है जब सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है. शनिवार को ईडी ने 661 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियों को अपने कब्जे में लेने के लिए नोटिस जारी किया था. कांग्रेस द्वारा नियंत्रित एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच के लिए इन्हें नवंबर 2023 में कुर्क किया गया था.
इसी बीच, कांग्रेस ने बयान जारी कर कहा कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करना प्रधानमंत्री, गृहमंत्री द्वारा की गई बदले की राजनीति और डराने-धमकाने की कोशिश के अलावा कुछ नहीं है.
ईडी ने 2021 में अपनी जांच शुरू की थी. यहां जांच भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी के द्वारा दायर एक निजी शिकायत के आधार पर दिल्ली की पटियाला हाउस अदालत के जून 2014 के आदेश के आधार पर था.
बीजेपी नेता स्वामी ने अपनी शिकायत में दावा किया था कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य लोगों समेत प्रमुख कांग्रेस नेताओं, यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी ने एजेएल से संबंधित 2,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्तियों पर धोखाधड़ी से कब्जा कर धन शोधन करने के लिए आपराधिक साजिश रची थी.





