Treasure:असीरगढ़ किले के पास खजाने की अफवाह, रातभर खुदाई में जुटे ग्रामीण

Treasure:मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के ऐतिहासिक असीरगढ़ किले के पास इन दिनों एक अजीब नजारा देखने को मिल रहा है। यहां ग्रामीण मुगलकालीन खजाने की अफवाह के चलते आधी रात को खेतों में खुदाई कर रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि कुछ लोगों को सोने के सिक्के मिले हैं, जिसके बाद से ही बड़ी संख्या में लोग टॉर्च और फावड़े लेकर खुदाई में जुटे हुए हैं।
खजाने की खोज में जुटे लोग
यह घटना इंदौर-इच्छापुर हाईवे के पास खंडवा रोड पर स्थित खेतों में हो रही है। कहा जा रहा है कि गांव के कुछ लोगों को पुराने सिक्के मिले हैं, जिससे यह अफवाह फैल गई कि यहां मुगलों का छुपा हुआ खजाना हो सकता है। इसके बाद शाम होते ही लोग खेतों में पहुंचने लगे और देर रात तक खुदाई का सिलसिला जारी रहता है।
स्थानीय लोगों के दावे
गांव के निवासी वसीम खान ने बताया कि हारून शेख के खेत में सबसे पहले सिक्के मिलने की खबर आई। इसके बाद हर शाम 7 बजे से लेकर रात 3 बजे तक लोग वहां खुदाई कर रहे हैं। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि जो सिक्के मिले हैं, वे असली सोने के हैं या किसी अन्य धातु के।
प्रशासन की सख्ती
जिला एसपी देवेंद्र पाटीदार ने बताया कि प्रशासन को इस मामले की जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स के जरिए मिली है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और लोगों को चेतावनी दी गई है कि अगर कोई अवैध खुदाई करते हुए पकड़ा गया, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
असीरगढ़ किले का ऐतिहासिक महत्व
असीरगढ़ किला मुगल इतिहास में अपनी अहमियत रखता है। इसे उत्तर भारत का ‘दक्षिण द्वार’ कहा जाता है, क्योंकि यह क्षेत्र व्यापार और सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण रहा है। अकबर से लेकर औरंगजेब तक कई मुगल शासकों का इस किले से जुड़ाव रहा है। इस किले को लेकर कई खजाने की कहानियां पहले भी सामने आ चुकी हैं, लेकिन कोई पुख्ता प्रमाण अब तक नहीं मिले हैं।
अफवाहों पर प्रशासन की नजर
फिलहाल, प्रशासन लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील कर रहा है और किसी भी अवैध गतिविधि के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। लेकिन, गांव के लोगों में अब भी यह उम्मीद बनी हुई है कि शायद किसी दिन वे सच में छुपे हुए खजाने तक पहुंच जाएंगे।