आतंकी मसूद अजहर को आया हार्ट अटैक आया, पाकिस्तान के मिलिट्री अस्पताल में शिफ्ट हुआ

इस्लामाबाद। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद चीफ और भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी मसूद अजहर को हार्ट अटैक आया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मसूद अजहर अफगानिस्तान के खोस्त प्रांत में आतंकियों को ट्रेनिंग दे रहा था।
यहीं पर उसे दिल का दौरा पड़ा। फिलहाल उसे बेहतर इलाज के लिए पाकिस्तान लाया गया है। रिपोर्ट् के मुताबिक मसूद अजहर का इलाज कराची के मिलिट्री हॉस्पीटल में हो रहा है। हालांकि उसकी हालत को लेकर कोई जानकारी नहीं मिली है। रिपोर्ट्स के मुताबिक जल्द ही उसे रावलपिंडी भेजा जा सकता है।
इन हमलो का मास्टरमाइंड है अजहर
आतंकी अजहर संसद हमले के अलावा पठानकोट-पुलवामा हमले का भी मास्टरमाइंड है। अजहर ने भारत में हुए कई हमलों की जिम्मेदारी ली है। दिल्ली पुलिस की चार्जशीट के मुताबिक, मसूद ने भारत पर हमलों के लिए जैश-ए-मोहम्मद के कैडर का इस्तेमाल किया था। उसने 2005 में अयोध्या में राम जन्मभूमि और 2019 में पुलवामा में CRPF के जवानों पर भी हमला करवाया था। इसके अलावा मसूद 2016 में उरी हमले और अफगानिस्तान के मजार-ए-शरीफ में भारतीय कॉन्सुलेट पर अटैक का भी जिम्मेदार है। अजहर अल-कायदा चीफ ओसामा बिन लादेन और तालिबान फाउंडर मुल्ला उमर का खास था।
1994 में पहली बार भारत आया था मसूद अजहर
मसूद अजहर पहली बार 29 जनवरी, 1994 को बांग्लादेश से विमान में सवार होकर ढाका से दिल्ली पहुंचा था। 1994 में अजहर फर्जी पहचान बनाकर श्रीनगर में दाखिल हुआ था। आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के लिए अनंतनाग से गिरफ्तार कर लिया था। 24 दिसंबर 1999 को काठमांडू से दिल्ली आ रहे एक भारतीय विमान को अजहर के भाई सहित दूसरे आतंकियों ने हाईजैक कर लिया था।
वो इसे अफगानिस्तान के कंधार ले गए, जहां उस वक्त तालिबान का शासन था। विमान में कैद लोगों के बदले मसूद अजहर सहित 3 आतंकियों को छोड़ने की मांग की गई। आतंकियों की मांग पूरी हुई और मसूद आजाद हो गया। इसके बाद वह पाकिस्तान भाग गया। चीनी सरकार UNSC में मसूद को ग्लोबल टेरेरिस्ट घोषित होने से कई बार बचा चुकी है। 2009 में अजहर को वैश्विक आतंकी की लिस्ट में शामिल करने के लिए पहली बार प्रस्ताव आया था। मई में चीन ने अपना अड़ंगा हटा दिया और UNSC में मसूद को ग्लोबल टेरेरिस्ट घोषित कर दिया गया।





