टैक्सी ड्राइवर ने 2 Girlfriends के साथ मिलकर की युवक की हत्या, पढ़िए Love Trap, किडनैपिंग और Murder की पूरी कहानी
मुरैना: पोरसा के परदूपुरा गांव के अभिषेक सिंह लोधी के कत्ल की गुत्थी पुलिस से सुलझा दी है। भिंड के रहने वाले युवक ने अपनी दो प्रेमिकाओं के साथ मिलकर अभिषेक को बंधक बनाकर उसकी हत्या कर दी। आरोपी युवक से 20 लाख रुपये की फिरौती मांग रहे थे। हत्या के तीन दिन बाद भी युवक के पिता से आरोपितों ने फिरौती मांगी थी।
नहर में मिली थी युवक की लाश
शनिवार 14 दिसंबर की सुबह दिमनी थाना क्षेत्र के महेबा का पुरा गांव की नहर में युवक की लाश मिली थी। जिसकी पहचान परदूपुरा गांव निवासी 25 वर्षीय अभिषेक पुत्र पदम सिंह लोधी के रूप में हुई। 14 दिसंबर की दोपहर 2 बजे ग्वालियर के गोला का मंदिर थाने में अभिषेक की गुमशुदगी का केस दर्ज हुआ था।
युवक ने 2 प्रेमिकाओं के साथ मिलकर की हत्या
शुक्रवार को एसपी समीर सौरभ, दिमनी टीआइ शशि कुमार ने मर्डर केस का खुलासा करते हुए बताया कि अभिषेक की हत्या भिंड के रावतपुरा निवासी 23 वर्षीय मुकेश लोधी ने अपनी दो प्रेमिका शशि लोधी और काजल लोधी के साथ मिलकर की। दोनों की उम्र 21 और 23 साल है।
पीएससी की तैयारी कर रही प्रेमिका ने अभिषेक को बुलाया था
काजल लोधी ग्वालियर में रहकर पीएससी की तैयारी कर रही थी। इंस्टाग्राम के जरिए काजल से अभिषेक से जान-पहचान की। 11 दिसंबर को काजल ने इंस्टाग्राम पर मैसेज करके अभिषेक को मुरैना, बड़ोखर स्थित शशि लोधी के कमरे पर बुलाया। इस कमरे में छिपकर पहले से ही मुकेश व शशि बैठे थे।
पैसा नहीं मिलने पर तीनों ने मिल कर दी हत्या
बातों में उलझाकर काजल ने अभिषेक को नशीला पदार्थ खिलाया, फिर उसके हाथ-पैर व आंखें बांध दीं। अभिषेक होश में आया तब उससे 20 लाख रुपये की मांग करने लगे। अभिषेक ने शोर मचाना चाहा तो शशि ने बेलन से उसके सिर पर वार किए। मुकेश और काजल ने तकिए से अभिषेक का मुंह दबा दिया, जिससे उसकी मौत हो गई।
भाड़े की कार से शव को लगाया ठिकाने
12 नवंबर की रात तक लाश कमरे में रखे रहे। लाश फेंकने के लिए ग्वालियर से 20, 00 रुपये में सेल्फ ड्राइविंग पर 24 घंटे के लिए कार भाड़े पर लाए। इसी कार से 12-13 दिसंबर की रात शव को बड़ागांव, सिरमिती गांव के पास नहर में फेंका था। तीनों आरोपित पुलिस ने दबोच लिया है।
ऐसे हुआ पुलिस को शक
नहर में जहां अभिषेक लोधी का शव मिला था, उसी जगह पर हत्या का मास्टरमाइंड मुकेश लोधी भी खड़ा था। उसी समय पुलिस को मुकेश पर शक हो गया, क्योंकि जिस लाल रंग के कपड़े से मृतक के पांव व आंखें बंधी थीं, वही कपड़ा मुकेश के गले में डला था। उसके बाद से पुलिस ने मुकेश पर नजर रखना शुरू कर दिया। मुकेश के मोबाइल का रिकार्ड खंगाला गया, उससे शशि व काजल लोधी तक पहुंचे।
ऑनलाइन गेम में पांच लाख रुपये हारा
मास्टरमाइंड मुकेश दिल्ली में टैक्सी चलाता था, ऑनलाइन गेम में पांच लाख रुपये हार गया था। उसकी एक प्रेमिका शशि की ससुराल भिंड में हैं, जो पति को छोड़कर मुकेश के साथ रहती थी, मुकेश ने उसके लिए मुरैना में कमरा किराए पर दिलवा रखा था।
दूसरी प्रेमिका के जरिए पैसेवाले अभिषेक को फंसवाया
दूसरी प्रेमिका काजल जो ग्वालियर में पढ़ती है, उसका खर्च भी मुकेश उठाता था। कर्ज और खर्च में डूबे मुकेश ने एक झटके में लाखों कमाने की योजना बनाई। शशि लोधी परदूपुरा की है, उसे मृतक अभिषेक के परिवार के पैसे वाला होने व अभिषेक के इकलौता होने की जानकारी थी, इसलिए अभिषेक को काजल के जरिए फंसाया गया।
हत्या करवाने वाले का पता बताने वाले के बदले मांगे पांच लाख
मुकेश लोधी इतना शातिर है, कि हत्या के तीन दिन बाद मृतक के फोन से ही मैसेज करके मृतक के पिता से लाखों की फिरौती मांगी। मैसेज में ही बता दिया कि अभिषेक को मार दिया। इसके बाद मैसेज किए कि जो भी करवाया है, वह परदूपुरा के आदमी ने करवाया है।
उसके वीडियो व फोन में पूरी जानकारी है। अगर बेटे की हत्या करवाने वाले का नाम जानना है तो पांच लाख रुपये अभिषेक के फोन पे पर डाल दे। मैसेजों में यह भी लिखा कि पुलिस कुछ पता नहीं लगा सकती, हम एक हजार किमी दूर निकल गए।