शिवसेना की महापौर प्रत्याशी रेवती यादव ने किया मौन रैली..

बिलासपुर। बिलासपुर नगर निगम चुनाव में जहां बड़ी पार्टियां प्रचार में ताकत झोंक रही हैं, वहीं शिवसेना की महापौर प्रत्याशी रेवती यादव बिना बड़े संसाधनों के, सिर्फ अपने हौसले और विचारों की ताकत के बल पर मैदान में डटी हुई हैं। मध्यम वर्गीय परिवार से आने वाली रेवती यादव ने चुनाव प्रचार में एक अलग राह चुनी है—न पैसे की चमक, न बड़े पोस्टरों का सहारा, सिर्फ जनता का भरोसा और विकास की ठोस योजना। उनका कहना है कि इस बार पैसा, प्रचार और पोस्टर की राजनीति नहीं, बल्कि जनता स्वयं जीतेगी और बिलासपुर में एक नया इतिहास लिखा जाएगा।
आपको बता दें कि रेवती यादव ने मीडिया को संबोधित करते हुए खुद की तुलना गुरु गोविंद सिंह जी के उस संकल्प से की, जहां वे कहते हैं कि ‘चिड़ियों से मैं बाज लड़ाऊं, सवा लाख से एक लड़ाऊं।’ उन्होंने कहा कि एक तरफ पूर्व मुख्यमंत्री अपने प्रत्याशी को जिताने के लिए प्रचार कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ वर्तमान मुख्यमंत्री अपने उम्मीदवार को जिताने में लगे हैं। ऐसे में उनकी स्थिति एक अकेली छोटी पंछी जैसी हो गई है, लेकिन उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि वे न हार मानेंगी, न रार करेंगी। अटल बिहारी वाजपेयी जी को अपना प्रेरणास्त्रोत मानते हुए उन्होंने जनता को भरोसा दिलाया कि जब तक जीत नहीं मिलती, तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा।





