Share market : एनएचपीसी के शेयरों में लगातार गिरावट, निवेशकों के लिए बना चिंता का कारण

नई दिल्ली। एनएचपीसी (नेशनल हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कॉरपोरेशन) एक मिनी रत्न पीएसयू है, जो विद्युत मंत्रालय के तहत काम करता है। इस कंपनी के शेयरों में हाल ही में लगातार गिरावट देखी जा रही है, जिससे निवेशकों में चिंता बढ़ गई है। बीते शुक्रवार को कंपनी के शेयर 1 फीसदी से ज्यादा गिरकर 83.49 रुपये पर बंद हुए थे। पिछले एक साल में एनएचपीसी के शेयरों में 10 प्रतिशत तक गिरावट आई है, जो निवेशकों के लिए चिंता का कारण बन गया है।
कंपनी के मजबूत फंडामेंटल और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में बाजार हिस्सेदारी होने के बाद भी एनएचपीसी के शेयरों का प्रदर्शन दबाव में है। ब्रोकरेज फर्म कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने इस स्टॉक को ‘SELL’ रेटिंग दी है और इसके 74 रुपये के टारगेट प्राइस का अनुमान लगाया है। वहीं, दूसरी ओर CLSA ने इस शेयर को ‘हाई कन्विक्शन आउटपरफॉर्म’ रेटिंग दी है और इसके प्रति शेयर 117 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है। विदेशी ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि अगले चार सालों में एनएचपीसी के शेयर की कीमत दोगुनी हो सकती है।
एनएचपीसी के शेयरों का प्रदर्शन कुछ समय पहले तक बेहतर था, और एक समय इसकी कीमत 100 रुपये से ऊपर थी। हालांकि, वर्तमान में यह शेयर 90 रुपये से भी नीचे कारोबार कर रहा है। पिछले एक साल में एनएचपीसी के शेयर में 10 प्रतिशत की गिरावट आई है। लेकिन, दो साल में इसने 106 प्रतिशत, तीन साल में 191 प्रतिशत और पांच साल में 318 प्रतिशत का मल्टीबैगर रिटर्न दिया है। कंपनी के शेयर का 52 सप्ताह का उच्चतम मूल्य 118.40 रुपये और न्यूनतम मूल्य 71 रुपये है।
मार्केट विशेषज्ञों का कहना है कि एनएचपीसी के शेयरों में अगले दिन भी हल्की गिरावट देखी जा सकती है, खासकर कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज की ‘SELL’ रेटिंग के बाद। हालांकि, CLSA के 117 रुपये के टारगेट के चलते निवेशकों के बीच मिश्रित भावनाएं हैं। अगले दिन के कारोबार में एनएचपीसी के शेयरों में उतार-चढ़ाव देखा जा सकता है और निवेशकों को सतर्क रहना होगा।