बस्तर : देश के गृहमंत्री अमित शाह आगामी 23 अगस्त को छत्तीसगढ़ प्रवास पर रहेंगे.ऐसी संभावना है कि गृहमंत्री के तीन दिवसीय दौरे में नक्सल ऑपरेशन को समीक्षा की जाएगी. बैठक के दौरान नक्सलियों के खिलाफ की जा रहे एक्शन में तेजी लाने पर विचार होगा. आपको बता दें कि बस्तर में संयुक्त रूप से अंतर्राज्यीय सीमाओं पर नक्सलियों की घेराबंदी के साथ नक्सली लीडर्स ढेर हुए हैं.जिसे लेकर पुलिस नए जोश के साथ काम कर रही है.
नक्सल अभियान में आएगी तेजी : छत्तीसगढ़ में आयोजित अंतर्राज्यीय समन्वय बैठक में छत्तीसगढ़, झारखंड, ओड़िशा, मध्यप्रदेश, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना और महाराष्ट्र के मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशक भी शामिल होंगे. इसके अलावा केंद्र सरकार के शीर्ष सुरक्षा अधिकारी भी गृहमंत्री के बैठक में जुड़ेंगे. आपको बता दें कि पिछले 6-7 महीनों के अंदर छत्तीसगढ़ को एंटी नक्सल ऑपरेशन में मिली सफलताओं के बाद केंद्र इस गति को और बढ़ाना चाहता है.
नक्सल मोर्चे पर सर्च अभियान तेज : बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि गृहमंत्री के छत्तीसगढ़ दौरे को देखते हुए बस्तर में नक्सली मोर्चे पर सर्चिंग अभियान तेज कर दिया गया है. ताकि किसी प्रकार की कोई नक्सली घटना इस दौरान न हो.
”सीमावर्ती क्षेत्रों में भी जवानों का संयुक्त अभियान जारी है. पिछले महीनों में नक्सल विरोधी अभियान के साथ ही नए पुलिस कैंपों को स्थापित किया गया है. गृह मंत्री के दौरे में नई रणनीति नक्सलियों के खिलाफ तय हो सकती है.” सुंदरराज पी.,आईजी बस्तर रेंज
नक्सलियों के खिलाफ आरपार की लड़ाई : आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में बीजेपी सरकार आने के बाद से ही नक्सलियों के खिलाफ बड़ा कदम उठाने का ऐलान किया गया था.इस दौरान सरकार ने नक्सलियों को फोर्स की मदद से बैकफुट पर धकेला है. बारिश के मौसम में भी नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी है. अब गृहमंत्री के दौरे के बाद उम्मीद की जा रही है कि नक्सलियों के खिलाफ एक्शन प्लान में तेजी आएगी.
देश में नक्सलवाद: साल 2015 में पूरे देश के 11 राज्यों के 106 जिले नक्सल प्रभावित थे. अब राज्यों में 38 जिले नक्सल प्रभावित हैं. इनमें से सबसे ज्यादा 15 नक्सल प्रभावित जिले छत्तीसगढ़ में ही हैं. अमित शाह के दौरे के बाद यह माना जा रहा है कि छत्तीसगढ़ के जो जिले नक्सल प्रभावित हैं, उनको लेकर अलग से रणनीति बनाई जा सकती है.
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिले: देश के कुल 38 जिलों में से छत्तीसगढ़ के 15 जिले नक्सल प्रभावित हैं. इनमें बीजापुर, बस्तर, दंतेवाड़ा, धमतरी, गरियाबंद, कांकेर, कोंडागांव, महासमुंद, नारायणपुर, राजनांदगांव, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी, खैरागढ़ छुई खदान गंडई, सुकमा, कबीरधाम और मुंगेली नक्सल प्रभावित जिले हैं. पूरे देश में छत्तीसगढ़ के रोल मॉडल को सबसे ऊपर रखा गया है, लेकिन यह भी सही है कि पूरे देश में नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या भी सबसे ज्यादा छत्तीसगढ़ में है.