संजय सिंह का कड़ा बयान: “वन नेशन, वन इलेक्शन से लोकतंत्र पर हमला”
नई दिल्ली: वन नेशन, वन इलेक्शन बिल को लोकसभा से स्वीकृति मिलने के बाद शुक्रवार इससे संबंधित दो विधेयक को जेपीसी (संसद की संयुक्त समिति) को भेजने की मंजूरी दे दी गई. जेपीसी में लोकसभा से 27 तो राज्यसभा से 12 सदस्य शामिल किए गए हैं. कुल 39 सदस्यों वाली इस समिति में दिल्ली के भी दो सांसद शामिल हैं. नई दिल्ली लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज को इस समिति में जगह मिली है. तो दूसरी तरफ राज्यसभा से आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को भी इस समिति में शामिल किया गया है|
बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज ने समिति का सदस्य बनने पर खुशी जताई. उन्होंने कहा कि वह अपना पक्ष इसके समर्थन में मजबूती से रखेंगी. वहीं, दूसरी तरफ इस विधेयक का शुरुआत से विरोध कर रहे आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा कि वह इस विधेयक का पहले भी विरोध करते आ रहे थे, और अब भी करेंगे. वह अपना पक्ष जेपीसी की होने वाली मीटिंग में रखेंगे|
सांसद संजय सिंह की कड़ी प्रतिक्रिया: तीन दिन पहले वन नेशन, वन इलेक्शन बिल लोकसभा में पास हुआ था. राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने इस पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मोदी सरकार वन नेशन-वन इलेक्शन के जरिए संविधान और लोकतंत्र को खत्म कर देश में तानाशाही थोपना चाहती है. इसके लागू होने के बाद देश में बेतहाशा महंगाई बढ़ेगी, कई राज्यों में चुनाव नहीं होंगे और खरीद फरोख्त बढ़ेगी, क्योंकि केंद्र सरकार को किसी का कोई डर नहीं होगा|