राहुल गांधी का बिहार दौरा: ‘संविधान सुरक्षा सम्मेलन’ में शामिल लोगों को नहीं थी कार्यक्रम की जानकारी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों बिहार दौरे पर हैं। सोमवार को पटना के श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में ‘संविधान सुरक्षा सम्मेलन’ का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता भी शामिल हुए। लेकिन हैरानी की बात यह रही कि सम्मेलन में शामिल कई लोगों को इस कार्यक्रम की पूरी जानकारी ही नहीं थी।
लोगों को दी गई अधूरी जानकारी
कार्यक्रम में पहुंचे कुछ लोगों ने बताया कि उन्हें सिर्फ इतना बताया गया था कि उनकी जाति से जुड़े किसी बड़े नेता के बारे में राहुल गांधी बात करेंगे। इसी वजह से वे कार्यक्रम में शामिल होने आ गए। कई लोगों को यह भी नहीं पता था कि ‘संविधान सुरक्षा सम्मेलन’ आखिर होता क्या है।
सम्मेलन में आए एक युवक ने कहा, “हमें नहीं बताया गया कि यह क्या कार्यक्रम है, बस कहा गया कि राहुल गांधी हमारी जाति के नेता पर बात करेंगे। इसलिए हम आ गए।” यह बात कई लोगों ने दोहराई। इससे साफ हो गया कि सम्मेलन के बारे में लोगों को पहले से पूरी जानकारी नहीं दी गई थी।
राहुल गांधी ने पहले बेगूसराय में पदयात्रा में लिया हिस्सा
पटना आने से पहले राहुल गांधी बेगूसराय गए थे, जहां उन्होंने एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रभारी कन्हैया कुमार की पदयात्रा में हिस्सा लिया। इसके बाद वे पटना लौटे और सम्मेलन में शामिल हुए।
महागठबंधन सरकार की वकालत
सम्मेलन में शामिल कुछ लोगों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि उनका पहला कार्यकाल अच्छा था, लेकिन अब उनमें पहले जैसी बात नहीं रही। उन्होंने महागठबंधन की सरकार को ज्यादा बेहतर बताया और तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद के लिए समर्थन दिया।
लालू यादव को बताया पिछड़े समाज की जागरूकता का कारण
वहीं, कई समर्थकों ने यह भी कहा कि आज पिछड़ा समाज जितना जागरूक हुआ है, उसमें सबसे बड़ा योगदान राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव का रहा है। उन्होंने सामाजिक न्याय और पिछड़ों की आवाज को बुलंद किया है।
राहुल गांधी के इस दौरे और सम्मेलन को लेकर कांग्रेस की मंशा संविधान और सामाजिक न्याय पर चर्चा करने की रही, लेकिन आयोजन को लेकर तैयारियां और जानकारी देना कमजोर नजर आया।