छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री आवास योजना से तेजी से बदल रही गरीब परिवारों की जिंदगी, हजारों लोगों को मिला पक्का घर

रायपुर। कभी बारिश में टपकती छत, सर्प-बिच्छुओं का खतरा, ठंड और तूफान का डर, इन मुश्किलों के बीच रहने वाले हजारों ग्रामीण परिवारों का सपना आखिरकार सच हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प के साथ शुरू की गई प्रधानमंत्री आवास योजना ने गरीब परिवारों को सुरक्षित और पक्का घर देने का रास्ता तैयार किया है।
छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पद संभालते ही इस योजना को सर्वोच्च प्राथमिकता दी और अपने पहले ही कैबिनेट में 18 लाख नए आवासों को मंजूरी दी। इसके बाद से प्रदेश में आवास निर्माण तेजी से आगे बढ़ रहा है।
हजारों हितग्राहियों को मिला नया घर
राज्य स्थापना दिवस पर रायपुर से प्रधानमंत्री मोदी ने वर्चुअली 13,000 परिवारों को नए घरों की चाबी सौंपी। यह उन परिवारों के लिए भावुक पल था, जो बरसों से कच्चे घरों में मुश्किलें झेल रहे थे।
जशपुर जिले में 2016 से 2025–26 तक पीएम आवास (ग्रामीण) के तहत 1,12,506 घर स्वीकृत किए गए, जिनमें से 82,881 मकानों का निर्माण पूरा हो चुका है।
वर्ष 2024 से 2025–26 तक स्वीकृत 50,722 घरों में से 23,970 पूरा हो गए हैं।
इसके अलावा पीएम जनमन योजना के तहत स्वीकृत 2,038 मकानों में से 984 घर बनकर तैयार हैं।
लोगों के जीवन में आया बड़ा बदलाव
योजना का सबसे बड़ा प्रभाव जशपुर के दूरस्थ गांवों में देखने को मिला है।
•लखन उरांव, ग्राम बुमतेल के निवासी, बताते हैं कि पहले कच्चा घर उनके परिवार के लिए हमेशा चिंता का कारण था। बारिश में छत टपकती, दीवारें भीग जातीं और सांप-बिच्छुओं का डर बना रहता था। नया पक्का घर मिलने के बाद अब उनका परिवार सुरक्षित और सम्मानित जीवन जी रहा है।
•ग्राम बाधरकोना के मणिभूषण मिंज कहते हैं कि पक्का मकान मिलने से उनका जीवन पूरी तरह बदल गया। अब न बारिश की चिंता है, न किसी खतरे का डर।
विशेष पिछड़ी जनजातियों को मिली बड़ी राहत
पहाड़ी इलाकों में रहने वाले विशेष पिछड़ी जनजातियों के लिए यह योजना किसी वरदान से कम नहीं है। कड़ाके की ठंड और जंगली जीवों के खतरे के बीच कच्चे घरों में जीवन बेहद कठिन था।
ग्राम पंड्रापाठ के पहाड़ु राम को पीएम जनमन योजना के तहत आवास मिला। समय पर राशि और सामग्री मिलने से उनका घर जल्दी तैयार हो गया। पहाड़ु राम भावुक होकर कहते हैं-
“यह घर सिर्फ मकान नहीं, हमारे परिवार की सुरक्षा और सम्मान की नई पहचान है।”
प्रधानमंत्री आवास योजना ने छत्तीसगढ़ में हजारों परिवारों की जिंदगी बदल दी है, और आने वाले समय में यह संख्या और बढ़ने की उम्मीद है।





