पूर्ण विकसित एयरपोर्ट की मांग पर निषाद समाज का भूख हड़ताल

बिलासपुर। बिलासा देवी केवट एयरपोर्ट को पूर्ण विकसित करने और 4C श्रेणी में अपग्रेड करने की मांग को लेकर निषाद समाज ने 27 मार्च को एक दिवसीय भूख हड़ताल शुरू की। उनका कहना है कि एयरपोर्ट के विकास के लिए 300 करोड़ रुपये का अनुदान दिया जाए और नाइट लैंडिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाए, जिससे यहां से बड़े शहरों के लिए सीधी उड़ानें शुरू हो सकें।
एयरपोर्ट के अपग्रेड की मांग क्यों?
बिलासा देवी केवट एयरपोर्ट पिछले चार वर्षों से संचालित हो रहा है, लेकिन आज भी यहां सुविधाएं सीमित हैं। बड़े विमानों की लैंडिंग संभव नहीं है और रात में उड़ान संचालन की भी अनुमति नहीं है। निषाद समाज का कहना है कि अगर एयरपोर्ट को 4C श्रेणी में अपग्रेड किया जाता है, तो व्यापार, पर्यटन और रोजगार के नए अवसर खुलेंगे, जिससे पूरे क्षेत्र को फायदा मिलेगा।
सेना की जमीन वापस देने की मांग
एयरपोर्ट विस्तार के लिए निषाद समाज ने सेना की जमीन वापस देने की भी मांग की है। उनका कहना है कि पर्याप्त जमीन के बिना एयरपोर्ट का विस्तार संभव नहीं है। यदि सरकार इस पर ध्यान देती है, तो बिलासपुर का यह एयरपोर्ट एक प्रमुख केंद्र बन सकता है।
भूख हड़ताल और ज्ञापन सौंपने की योजना
निषाद समाज हवाई सेवा समिति के सदस्यों ने धरना स्थल पर भूख हड़ताल शुरू कर दी है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन सौंपने की योजना बनाई जा रही है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक सरकार इस मुद्दे पर ठोस निर्णय नहीं लेती, तब तक वे अपना संघर्ष जारी रखेंगे।
स्थानीय नागरिकों का भी मानना है कि बिलासपुर संभाग का यह एयरपोर्ट आर्थिक प्रगति के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन बजट और संसाधनों की कमी के कारण इसकी संभावनाओं पर विराम लग गया है। अब देखने वाली बात होगी कि सरकार इस पर क्या फैसला लेती है और कब तक एयरपोर्ट को पूरी तरह विकसित किया जाता है।