पेरिस ओलंपिक 2024 का 13वां दिन भारत के लिए शानदार रहा। स्टार भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा लगातार दूसरी बार ओलंपिक में पदक जीतने में कामयाब हुए। ऐसा करने वाले वह स्वतंत्र भारत के पहले एथलीट बन गए। उन्होंने 89.45 मीटर के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ रजत पदक जीता। हालांकि, वह टोक्यो ओलंपिक के अपने प्रदर्शन को दोहरा नहीं पाए। उन्होंने पांच फाउल किए।
नीरज ट्रैक एंड फील्ड में दो ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय हैं। 1900 में एथलेटिक्स में दो रजत पदक जीतने वाले नॉर्मन प्रिचर्ड ब्रिटिश मूल के थे। प्रतियोगिता की शुरुआत से पहले ही उनसे इसी तरह के प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही थी और वह सभी की उम्मीदों पर खरे उतरे।
टोक्यो ओलंपिक 2020 में नीरज ने 87.58 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता था। वहीं, पाकिस्तान के अरशद नदीम 84.62 मीटर के थ्रो के साथ पांचवें स्थान पर रहे थे। हालांकि, पेरिस में नदीम ने शानदार वापसी करते हुए 92.97 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीत लिया। वहीं, नीरज ने इस दौरान पांच फाउल किए।
माना जा रहा है कि चोट की वजह से वह टोक्यो के प्रदर्शन को दोहरा नहीं पाए और लय से बाहर होने के कारण नीरज ने पांच फाउल किए। मुकाबले के बाद नीरज चोपड़ा ने अपने स्वास्थ्य को लेकर चर्चा की। उन्होंने बताया कि वह चोट को लेकर चिंतित थे। मुकाबले के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया कि वह चोट के डर से उतना जोर भी नहीं लगा पाते हैं। फाइनल के दौरान भी उनके दिमाग में यही चल रहा था।
नीरज ने मुकाबले के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा, “मैंने इस चोट के साथ पहले ही 89.94 मीटर (2022 में व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ) फेंका है। जब मैं फेंकता हूं, तो मैं हमेशा अपनी चोट पर लगभग 50 प्रतिशत ध्यान केंद्रित करता हूं। हमें ज्यादातर तकनीक पर ध्यान देना होता है, लेकिन इस चोट के साथ यह मेरे लिए वाकई मुश्किल है। डॉक्टरों ने मुझे पिछले साल सर्जरी करवाने के लिए कहा था। खीच रहा हूं अभी तक (मैं अब तक खुद को खींच रहा हूं)। तब से उपचार चल रहे हैं। लेकिन हमें एक बड़ा फैसला लेना होगा।”