अवध के कई जिले बाढ़ की चपेट में, नेपाल में हुई भारी बारिश से उफनाईं नदियां, गांवों से हो रहे हैं पलायन
यूपी के कई जिले एक साथ बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। नेपाल की पहाड़ियों पर हुई भारी बारिश का असर बहराइच, गोंडा, श्रावस्ती और बाराबंकी आदि जिलों पर पड़ रहा है। नेपाल में हो रही बरसात के कारण कुसुम बैराज से राप्ती नदी में पानी छोड़ा जा रहा है। इससे राप्ती नदी का जलस्तर एक बार पुन: रविवार को खतरे का निशान पार कर गया। इधर सरयू नदी भी उफान पर है। बहराइच जिले में बांध में रिसाव की भी खबरें आईं।
बाराबंकी के गांवों में मची तबाही
पहाड़ियों पर लगातार हो रही बरसात व नेपाल के बैराजों से करीब आठ लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से बाराबंकी में सरयू नदी उफनाकर गांवों में तबाही मचा रही है। केदारीपुर गांव नदी में बह गया है तो 78 गांव वाला बेलहरी गांव भी नदी में समा रहा है। 2014 में नदी का जलस्तर इसी तरह से बढ़ गया था। शनिवार रात से नदी के ईद-गिर्द करीब एक करीब डेढ़ किमी दूर तटबंध तक पानी आ गया। केदारीपुर व बेलहरी गांव की करीब 500 बीघा जमीन नदी में समा गई है। यहां तेजी से कटान हो रही है। इन दोनों गांवों के लोग ईट बचाने के चक्कर में मकान तोड़ सुरक्षित स्थान पर ले जा रहे हैं। एडीएम अरूण कुमार ने अधिकारियों के साथ कटान से प्रभावित गांव देखे। उन्होंने बताया कि प्रभावित इलाकों पर नजर रखी जा रही है।
नेपाल के पहाड़ों पर हुई मूसलाधार बारिश से सरयू उफान पर है। सरयू का पानी जिले के मिहिपुरवा, नानपारा और महसी तहसील में तबाही मचा रहा हैं। रविवार की सुबह बाढ़ के पानी के दवाब से बेलहा- बहरौली तटबंध पर दो स्थानों पर रिसाव शुरू हो गया। जिसके बाद ग्रामीणों में हड़कंप मच गई। सूचना पर पहुंचे कर्मचारी रिसाव बंद करवाने में जुट गए हैं।
नानपारा तहसील के बेलहा से निकल कर कैसरगंज के बहरौली तक जाने वाला तटबंध 100 से अधिक गांवों का सुरक्षा कवच है। तीन तहसीलों नानपारा, महसी और कैसरगंज की लगभग 2 लाख आबादी बाढ़ के समय इसी तटबंध के समय सुकून की नींद सोती हैं। लेकिन रविवार की सुबह बांध से गुजर रहे ग्रामीणों ने महसी क्षेत्र में तटबंध पर बेहटा और बिसवा के पास हल्का रिसाव होता देखा।