बिलासपुर में सुशासन, विकास और स्वच्छ ऊर्जा को लेकर बड़ी पहल, प्रभारी सचिव ने की समीक्षा

बिलासपुर: सुशासन और विकास कार्यों को लेकर एक अहम समीक्षा बैठक हुई। जिले के प्रभारी सचिव और अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) मनोज कुमार पिंगुआ ने अपने दौरे के दौरान जिले में चल रहे विकास कार्यों की गहन समीक्षा की और अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए।
बैठक में एसीएस पिंगुआ ने सभी विभागों को योजनाओं के मानक सूचकांक (Performance Indicators) को पूरा करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सुशासन एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है, जिसमें हर विभाग की भूमिका महत्वपूर्ण है।
उन्होंने नशा मुक्ति, सड़क हादसों की रोकथाम और बेहतर ट्रैफिक व्यवस्था के लिए मिलकर काम करने की बात कही। साथ ही “एक पेड़ मां के नाम” अभियान में लोगों की भागीदारी बढ़ाने के निर्देश भी दिए।
बैठक के बाद एसीएस पिंगुआ ने अरपा किनारे स्मार्ट रोड, पचरीघाट, शिवघाट परियोजना और बिलासा ताल सौंदर्यीकरण कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने इन कार्यों को तय समय में और अच्छी गुणवत्ता के साथ पूरा करने को कहा। इसके अलावा ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए वैकल्पिक मार्गों की योजना की भी समीक्षा की गई।
इस मौके पर एक अहम समझौता भी हुआ। भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड, बिलासपुर नगर निगम और छत्तीसगढ़ बायोफ्यूल विकास प्राधिकरण के बीच कछार में कम्प्रेस्ड बायो गैस प्लांट लगाने को लेकर त्रिपक्षीय समझौता हुआ। करीब 100 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह प्लांट हर दिन 5 से 10 मीट्रिक टन बायोगैस का उत्पादन करेगा।
इससे जैविक खेती को बढ़ावा, ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कमी और पर्यावरण संरक्षण में मदद मिलेगी। साथ ही कोनी में इंटीग्रेटेड एनर्जी यूनिट के तहत बायोगैस रिफिलिंग और इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग की भी सुविधा शुरू की जाएगी।





