कमल नाथ नहीं करेंगे बुधनी व विजयपुर का दौरा, ‘एक्स’ पर पोस्ट कर BJP पर साधा निशाना.
भोपाल : पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमल नाथ ने कहा कि लोकतंत्र में सौदेबाजी एक विकार है और जब केंद्र में सत्तासीन दल ही राज्यों में सौदेबाजी का मूक समर्थक बन जाए, तब इसे रोकना लगभग नामुमकिन हो जाता है। मध्य प्रदेश, कर्नाटक, उत्तराखंड, महाराष्ट्र जैसे कई राज्य इसके उदाहरण हैं। जहां भाजपा ने सत्ता में आने के लिए बड़ी संख्या में सौदेबाजी और बेमेल गठबंधन कर जनता के द्वारा चुनी हुई सरकारों को गिराने का काम किया है।
कमल नाथ ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि विजयपुर विधानसभा क्षेत्र में भी ऐसा ही हुआ है। अब जनता की बारी है, जो पूरे देश को यह संदेश दे कि वह धोखेबाजी के विरुद्ध है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा की जनता के पास लोकतंत्र को पवित्र करने की जिम्मेदारी है।
कांग्रेसी तरह-तरह के बहाने ढूंढते हैं
कमल नाथ के इस बयान पर पटलवार करते हुए भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल का कहना है कि अपनी विफलता और अलोकप्रियता छुपाने के कांग्रेसी तरह-तरह के बहाने ढूंढते हैं। चुनाव से पहले अपनी प्रत्याशित हार को देखते रंग बदलने का राग अलापने लगे हैं। इससे प्रतीत होता है कि कांग्रेस नेता अपनी स्पष्ट दिखाई देती हार को स्वीकार कर रहे हैं। कमल नाथ अगर राहुल गांधी और कांग्रेस की नीतियों पर आत्मचिंतन करते तो उन्हें वे कारण स्पष्ट नजर आते, जिनके कारण उनके नेता और कार्यकर्ता पार्टी छोड़कर जा रहे हैं।
कमल नाथ नहीं करेंगे बुधनी व विजयपुर में सभा, दौरा निरस्त
पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ अब बुधनी और विजयपुर उपचुनाव में प्रचार नहीं करेंगे। उनकी मंगलवार और बुधवार को प्रस्तावित दौरा निरस्त हो गया है। प्रदेश कांग्रेस ने इसके लिए स्वास्थ्य संबंधी कारणों का हवाला दिया तो प्रदेश भाजपा ने इसे कांग्रेस में मची आंतरिक खींचतान का परिणाम बताया है।
कमल नाथ को प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार सोमवार शाम को भोपाल पहुंचना था। बुधनी में मंगलवार को रेहटी और भेरूंदा में उनकी सभा रखी गई थी। वहीं, बुधवार को विजयपुर के कराहल में सभा होनी थी पर यह कार्यक्रम निरस्त कर दिए गए हैं।
प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारियों ने बताया कि उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है, इसलिए वह दौरा नहीं करेंगे। उधर, प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि दोनों उपचुनावों से स्टार प्रचारक कमल नाथ की दूरी कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी के गठन से मची आंतरिक खींचतान का परिणाम है।