चैत्र नवरात्र में माता मंदिरों में जलेगी ज्योत, विदेशी भक्तों ने भी कराया पंजीयन

रायपुर। देशभर में 30 मार्च से चैत्र नवरात्र का पावन पर्व शुरू होने जा रहा है। इस पावन पर्व पर देशभर के लोग माता के मंदिरों में मनोकामना पूर्ति के लिए ज्योति कलश जलवाते हैं। इसी कड़ी में राजधानी रायपुर के विभिन्न मंदिरों में भी भक्तों द्वारा माता की श्रद्धा में ज्योत प्रज्ज्वलित कराए जाते हैं। राजधानी रायपुर के मंदिरों में ना केवल छत्तीसगढ़ और देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी कई भक्त मनोकामना ज्योत जलवाने के लिए अपना पंजीयन करवाते हैं। ऐसे में इस साल भी बड़ी संख्या में ज्योत प्रज्ज्वलित करवाने के लिए विदेश में बैठे भक्तों ने राजधानी रायपुर के मंदिरों में अपना पंजीयन करवाया है। तो आइए जानते हैं इस बार रायपुर के किन-किन मंदिरों में देशी भक्तों के साथ विदेशी भक्तों के नाम पर भी ज्योत प्रज्ज्वलित किया जा रहा है।
माता पर श्रद्धा रखने वाले देश-प्रदेश में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी रहते हैं। इस नवरात्रि में ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और कनाडा सहित विदेशों में रहने वाले 52 से ज्यादा भक्तों ने मनोकामना ज्योति कलश के लिए अपना पंजीयन कराया है। चैत्र नवरात्रि पर शहर के प्रमुख देवी मंदिरों में चकमक पत्थर और रुई की मदद से बैगा और पंडा हजारों ज्योति कलश को विधि-विधान से माता के धाम में प्रकाश पुंज से ही प्रज्ज्वलित करेंगे। साथ ही हिन्दू नववर्ष के भक्तिमय माहौल में शानदार आगाज भी होगा।
राजधानी रायपुर के प्रसिद्ध और एतिहासिक मां महामाया मंदिर में इस बार 11 हजार मनोकामना ज्योति से माता का श्रीधाम जगमगाएगा। इसके लिए अभी तक 9 हजार लोगों ने पंजीयन कराया है। इनमें 25 से ज्यादा विदेश में रहने वाले भक्त भी शामिल हैं। नवरात्रि में यहां 9 दिनों तक 3 बार मां की आरती और दो बार श्रृंगार किया जाएगा। चैत्र नवरात्रि की प्रतिपदा को अभिजीत मुहूर्त में चकमक पत्थर और रुई की मदद से माता के दरबार में 7 राज ज्योति प्रज्ज्वलित होगी।
शहर के आकाशवाणी चौक स्थित मां महाकाली मंदिर में तेल और घी की 4100 ज्योति भक्त जलवा सकेंगे। इसके लिए अभी तक 3 हजार लोगों ने पंजीयन कराया है। तेल की मनोकामना ज्योति के लिए 951 और घी ज्योत का 2101 रुपये शुल्क रखा गया है। यहां कपूर से राज ज्योति जलाते हुए इसी से ही सभी ज्योत कलश को रोशन किया जाएगा। माता का विशेष श्रृंगार के साथ 9 दिनों तक माता की अलग-अलग समय में 4 बार आरती की जाएगी। इस बार भी यहां विदेश में रहने वाले 12 भक्तों ने मनोकामना ज्योति जलवाने के लिए अपना पंजीयन कराया है।
रायपुर के पुरानी बस्ती स्थित प्राचीन मां कंकाली माता मंदिर में इस नवरात्रि तेल से ही मनोकामना ज्योति जलाई जाएगी। यहां 852 ज्योति कलश का लक्ष्य रखा गया है। इस मंदिर में केवल राज ज्योति ही घी से जलाई जाती है। इस बार तेल ज्योति के लिए यहां 700 रूपए शुल्क तय किया गया है। इसके लिए अब तक 600 भक्तों ने पंजीयन करा लिया है। जिनमें विदेश में रहने वाले 15 भक्तों ने भी ज्योति के लिए पंजीयन कराया है। सुबह 5 बजकर 50 मिनट में मंगला आरती के साथ ही ज्योति कलश प्रज्ज्वलित किया जाएगा। वही पहले दिन, पंचमी और अष्टमी को माता का विशेष श्रृंगार किया जाएगा।
पुरानी बस्ती के ही मां दंतेश्वरी मंदिर में इस बार 1500 मनोकामना ज्योति कलश प्रज्ज्वलित करने की व्यवस्था की गई है। अभी तक 1 हजार भक्तों ने इसके लिए पंजीयन कराया है। यहां प्रतिपदा तिथि पर अभिजीत मुहूर्त में ही बैगा और पंडा के सहयोग से चकमक पत्थर और रुई से ज्योत प्रज्ज्वलित किया जाएगा। स्थापना से पहले माता का विशेष श्रृंगार किया जाएगा, जो अष्टमी तक जैसे का वैसे रहेगा। यहां रोजाना सुबह और शाम आरती होगी।
रायपुर के रावांभाठा स्थित बंजारी माता धाम में इस नवरात्रि में 10 हजार ज्योति कलश प्रज्ज्वलित करने के लिए सारी तैयारी की गई हैं। इसके लिए अभी तक 6,600 भक्तों ने अपना पंजीयन करा लिया है। यहां केवल तेल से ही ज्योति जलाने की परम्परा है। जिसके लिए 800 रूपए शुल्क रखा गया है। इस मंदिर में भी चकमक पत्थर और रुई की मदद से बैगा और पंडा राज ज्योति को प्रज्ज्वलित करेंगे।