बीजा मंडल मंदिर है या मस्जिद इस विवाद में अब AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी की भी एंट्री हो गई है। AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने बीजामंडल विवाद के जरिए एमपी की मोहन यादव सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि कानून का पालन करने के चलते विदिशा कलेक्टर तबादला कर दिया गया। इस पर अब हिंदू समिति ने ओवैसी को चैलेंज दिया है कि वह अपनी बात साबित करें या फिर संघ के पैरों में गिरकर माफी मांगे।
चरणों में गिरकर माफी मांगे ओवैसी
इस मुद्दे को उठाने वाले हिंदू समिति के सदस्य शुभम सोनी ने ओवैसी को चैलेंज देते हुए कहा ओवैसी को माफी मांगनी चाहिए कि उसने विदिशा कलेक्टर को ट्रांसफर का गलत कारण बताया। संघ को जबरन बदनाम किया तथा हमारे मंदिर को वक्फ बोर्ड की प्रॉपर्टी एवं मस्जिद से तुलना की वर्ना विदिशा के युवा ओवैसी का पुतला फुकेंगे और उग्र प्रदर्शन करेंगे। शुभम ने कहा यह ट्रांसफर नॉर्मल हुए हैं मंदिर मस्जिद के कारण कोई ट्रांसफर नहीं हुआ है। असदुद्दीन ओवैसी से उन्होंने कहा वह साबित करें संघ के कौन से आउटफिट इसके पीछे है अगर वह नहीं साबित कर पाए तो वह संघ के चरणों में गिरकर माफी मांगे।
NCPCR के चेयरपर्सन ने बताया सच
इस पर आज NCPCR के चेयरपर्सन ने भी कहा विदिशा में विजया मंदिर हिंदुओं के पूजा स्थल के रूप में मान्य स्थान है। पूर्व में मंदिर विध्वंस के बाद व बाढ़ के समय आपदा के दौरान ईद की नमाज़ पढ़े जाने से जो विवाद हुआ था वो स्थानीय मुसलमानों को 1965 में ईदगाह के लिए वैकल्पिक स्थान आवंटित कर निपटाया जा चुका है। लोकल मुस्लिम मुस्लिम प्रतिनिधी का बयान पढ़ लीजिए,यह साफ़ करता है कि विदिशा में समुदायों के बीच इस मामले में झगड़ा नहीं है।
दरअसल शनिवार रात को मध्य प्रदेश की डॉक्टर मोहन यादव सरकार ने 47 IAS और IPS के तबादले किए थे इस लिस्ट में विदिशा कलेक्टर का भी नाम था। कलेक्टर के इस तबादले के बाद भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्य समिति सदस्य सुरेंद्र शर्मा ने सोशल मीडिया पर तंज करते हुए लिखा था उम्मीद करता हूं विदिशा के कलेक्टर साहब को आप किसी मंदिर में मस्जिद नहीं नजर आएगी।
क्या है मामला
बता दें कि कुछ लोगों ने विदिशा के बीजा मंडल में पूजा करने की अनुमति मांगी थी। जिस पर तत्कालीन कलेक्टर ने ASI का हवाला देते हुए कहा था बीजा मंडल मस्जिद है, इसलिए पूजा की अनुमति नहीं दे सकते। इसके बाद हिंदू संगठनों ने 9 अगस्त को नाग पंचमी के दिन बीजा मंडल का ताला खोलने और पूजा की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया था। इसी को लेकर ओवैसी मोहन सरकार को घेर रहे।