डीपी कॉलेज की ऑटोनॉमस मान्यता की मांग पर भूख हड़ताल, 3 छात्राओं की तबीयत बिगड़ी

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में डीपी विप्र कॉलेज को स्वायत्त शासी (ऑटोनॉमस) का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर छात्र-छात्राएं गुरुवार को अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय परिसर में भूख हड़ताल पर बैठ गए।
करीब 6 घंटे के धरने के दौरान तीन छात्राओं अनसुमी खांडे, मीनाक्षी वाकड़े और भावना साहू की तबीयत बिगड़ गई, जिन्हें सिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया। गंभीर हालत में भावना को पुलिस वाहन से अस्पताल पहुंचाया गया।
मामला हाईकोर्ट के 8 मई के उस आदेश से जुड़ा है, जिसमें विश्वविद्यालय को डीपी विप्र कॉलेज को 30 दिनों के भीतर ऑटोनॉमस दर्जा देने का निर्देश दिया गया था। लेकिन विश्वविद्यालय ने इस आदेश को डबल बेंच में चुनौती दी, जहां भी अपील खारिज हो गई। इसके बावजूद विश्वविद्यालय ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया, जिससे छात्र-छात्राओं में नाराजगी बढ़ गई।
कॉलेज प्राचार्य डॉ. अंजू शुक्ला ने छात्रों का समर्थन करते हुए कहा कि अगर एक सप्ताह के भीतर विश्वविद्यालय निर्णय नहीं लेता, तो वे स्वयं और अन्य शिक्षक भी धरने पर बैठेंगे। वहीं कुलपति आचार्य अरुण दिवाकर नाथ वाजपेयी ने स्पष्ट किया कि विश्वविद्यालय कार्यपरिषद और न्यायालय के आदेशों से बाधित है और अब मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच सकता है। छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर कोर्ट के आदेशों की अवहेलना का आरोप लगाया और कुलपति से प्रत्यक्ष बातचीत की मांग पर अड़े रहे। मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों की समझाइश भी बेअसर रही।





