क्या आपके भी हड्डियों में आ गई है चिकनाहट, तो अपनाए ये नूस्खें, मिलेगा आराम

नई दिल्ली। उठने-बैठते समय जोड़ों में दर्द होना या अकड़न होना कमजोर हड्डियों या फिर हड्डियों में चिकनाहट यानी ग्रीस की कमी का संकेत हो सकता है. जब हड्डियों में लुब्रिकेंट कम हो जाता है तो चलते-फिरते समय दर्द की समस्या हो सकती है. लुब्रिकेंट एक द्रव होता है जो कि जोड़ों में चिकनाई का काम करता है. इसे कार्टिलेज और सिनोवियम कहते हैं. लोग आम भाषा में इसे ग्रीस कहते हैं.
लंबे समय तक बैठे या खड़े रहने से, खराब खानपान और शराब का अधिक सेवन कनरे से कार्टिलेज टूट सकती हैं. वहीं बढ़ती उम्र, ज्यादा उठाना और चोट की वजह से भी कार्टिलेज टूट सकती है. कार्टिलेज टूटने से जोड़ों का नुकसान होता है.
लाल शिमला मिर्च में विटामिन सी पाया जाता है. विटामिन सी कोलेजन बनाने में मददगार होता है जो कि कार्टिलेज, टेंडन और लिगामेंट्स का हिस्सा है जो कि जोड़ों में लचीलापन और मजबूती लाने का काम करता है.
बीन्स सेहत के लिए बेहद लाभकारी होते हैं. बीन्स में प्रोटीन, फाइबर और जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं. बीन्स में फ्लेवोनोइड और एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट के गुण होते हैं जो कि जोड़ों के दर्द को कम करने में मददगार साबित हो सकता है.
केल एक हरी पत्तेदार सब्जी है. केल में एंटीऑक्सीडेंट, बीटा कैरोटीन और विटामिन सी पाया जाता है. जो कि हड्डियों की मजबूती के लिए काफी मददगार हो सकता है.
हल्दी में करक्यूमिन और एंटी-इंफ्लेमेटरी के गुणों से भरपूर है. हल्दी का सेवन करने से जोड़ों में सूजन और दर्द कम होता है. डाइट में आप हल्दी को कई तरह से शामिल कर सकते हैं. जैसे हल्दी वाला दूध, कच्ची हल्दी की चाय, कच्ची हल्दी वाला पानी आदि.