GOLD PRICE: फ्लावर नहीं फायर की स्पीड से बढ़ रहे सोने के दाम, कम होने का नहीं ले रहे नाम

नई दिल्ली। सोने की कीमत फ्लावर नहीं फायर की स्पीड से बढ़ रही है. सोना कम होने का नाम नहीं ले रहा है. रोज गोल्ड की कीमतें नए रिकॉर्ड्स बना रही है. हालात ऐसे है कि एक महीने में सोने की कीमत में 8 फीसदी से अधिक की तेजी आई है तो वहीं 3 महीने में सोना 22 फीसदी तक महंगा हो गया है. सालभर में सोने की कीमत 31 फीसदी तक चढ़ चुका है. ऐसे में जिन लोगों के घर शादी-ब्याह है उनकी टेंशन बढ़ रही है. लोग सोना खरीदने से घबरा रहे हैं. लोगों को इंतजार है कि कब सोने की कीमत कम होगी ?

सोने की बढ़ती कीमतें रुकने का नाम नहीं ले रही हैं.  इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार 10 ग्राम 24 कैरेट सोने का दाम ₹628 बढ़कर ₹95207 पर पहुंच गया. वहीं चांदी की कीमत में आज ₹936 गिरकर ₹95639 प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई.  आज 22 कैरेट वाले सोने की कीमत ₹87210 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया.

सोने की कीमत में ये तेजी ट्रंप के टैरिफ वॉर की वजह से है. ग्लोबल मार्केट में आर्थिक मंदी के संकेत दिख रहे हैं. ट्रेड वॉर बढ़ने की वजह से निवेशकों में घबराहट की स्थिति बनी हुई है, जिसकी वजह से सुरक्षित निवेशक के तौर पर सोने की डिमांड बढ़ रही है.  ग्लोबल मंदी की बढ़ती आशंका ने सोने की कीमत में बल दिया है. जियो पॉलिटिकल टेंशन कम होने का नाम नहीं ले रही है. केंद्रीय बैंकों की ओर से भी सोने की खरीदारी जारी है. ईटीएफ में भी खरीदारी के चलते सोने की कीमत में अच्छी-खासी तेजी देखने को मिल रही है. ट्रंप की ओर से सेमीकंडक्टर, फार्मा,  मिनरल्स के इम्पोर्ट पर नए टैरिफ लगाने की संभावनाओं की जांच के आदेश से मार्केट में और घबराहट है, जिससे सोने के रेट भाग रहे हैं. ऐसे में जिन घरों में शादी-त्योहार है उनकी परेशानी बढ़ रही है.  वहीं विदेशी निवेशक बैंक गोल्डमैन सैक्स ने भी निवेशकों को डरा दिया है. उन्होंने आशंका जताई है कि अमेरिकी-चीन के बीच बढ़ते ट्रेड वॉर और मंदी की आशंकाओं के कारण इस साल सोना1.10 लाख रुपये के करीब पहुंच सकता है.

जियो पॉलिटिकल स्थिति को देखते हुए सोने की कीमत में गिरावट की उम्मीद कम लग रही है. बाजार एक्सपर्ट की माने तो जब तक ट्रेड वॉर को लेकर कोई ठोस सुलह की स्थति नहीं बनती सोने की कीमत में करेक्शन की उम्मीद बहुत कम है. टैरिफ पर सुलह के अभाव की स्थिति में सोने की कीमत में सुधार की स्थिति बहुत कम दिख रही है. वहीं  कमोडिटीज एक्सपर्ट अजय केडिया के मुताबिक सोना टाइम करेक्शन लेगा. उन्हें उम्मीद है कि बाजार अभी छह से 8 महीने में एक दायरे में रहेगा. उनके मुताबिक बीते 20 सालों में कबी बी सोने में 10 फीसदी से अधिक का करेक्शन नहीं हुआ है. अगर सोना गिरा तो अगले एक साल में इसकी कीमत 78000 से 80000 रुपये तक आ सकती है. वहीं ऊपर जाने पर 102000 रुपये तक पहुंच सकता है.

सोने की बढ़ती कीमत की वजह से वेडिंग सीजन होने के बावजूद इसकी मांग प्रभावित हो रही है. लोग सोना खरीद तो रहे हैं, लेकिन सतर्कता बरत रहे हैं. कम कैरेट के गोल्ड जूलरी की डिमांड बढ़ती जा रही है. बढ़ी कीमत की वजह से लोग खरीदारी को एडजस्ट कर रहे हैं.  लोग 24 कैरेट के बजाए 18 और 14 कैरेट की गोल्ड जूलरी पसंद कर रहे हैं. छोटे और जरूरी जूलरी से काम चला रहे हैं. वहीं हीरे के गहनों डिमांड भी बढ़ी है. जब तक सोने की कीमतें स्थिर नहीं होती , खरीदारी में ये सतर्कता दिख सकती है.

 

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