दिल्ली। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री, विदेश मंत्री और महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल एसएम कृष्णा का सोमवार–मंगलवार की रात को निधन हो गया। उन्होंने अपने आवास पर सुबह 2 बजकर 45 मिनट पर अंतिम सांस ली थी। एसएम कृष्णा का जन्म 1 मई 1932 को हुआ था। वो कर्नाटक के अबतक के सबसे शिक्षित मुख्यमंत्रियों में से एक थे। उन्होने मैसूर के अलावा दक्षिणी मेथोडिस्ट विश्वविद्यालय, डलास, यू.एस.ए. और बाद में जॉर्ज वाशिंगटन विश्वविद्यालय में भी अध्ययन किया था।
1962 में कर्नाटक विधानसभा के लिए चुने गए
एसएम कृष्ण 1962 में कर्नाटक विधानसभा के लिए चुने गए थे। इसके बाद 1968 में उन्होंने संसद में अपनी शुरुआत की थी और वह चौथी लोकसभा के सदस्य बने थे। वो पांचवी लोकसभा के लिए भी चुने गए थे लेकिन 1972 में उन्होंने राज्य की राजनीति में वापसी जाना पसंद किया। इसके बाद वह विधान परिषद के लिए चुने गए और वाणिज्य, उद्योग और संसदीय मामलों के मंत्री के रूप में शामिल हुए।
राजनैतिक सफर पढ़े एक नजर में
- एसएम कृष्ण 1962 में कर्नाटक विधानसभा के लिए चुने गए।
- 1968 में उन्होंने संसद में अपनी शुरुआत की थी। वो पांचवी लोकसभा के सदस्य बने। 1972 से 1977 तक यह पद संभाला था।
- 1980 में वह एक बार फिर लोकसभा में वापस आए और 1983-84 के दौरान उन्हें उद्योग राज्य मंत्री और 1984-85 के दौरान उन्हें वित्त राज्य मंत्री बने।
- 1989 में कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष बने थे। इस पद पर वे 1992 तक रहे।
- 1992 में कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री बने।
- 1996 में वे राज्यसभा के लिए चुने गए, और अक्टूबर 1999 तक इसके सदस्य रहे।
- अक्टूबर 1999 से मई 2004 तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहे।
- कृष्णा ने 6 दिसंबर 2004 को महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में शपथ ली।