इंदौर के ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज को मिली एमबीबीएस की 50 सीटें, प्रवेश प्रक्रिया दीपावली के बाद शुरू

इंदौर के कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) मेडिकल कॉलेज को एमबीबीएस कोर्स शुरू करने की मंजूरी मिल गई है। नेशनल मेडिकल कमिशन ने कॉलेज को लेटर ऑफ परमिशन जारी कर दिया है। अब 2025-26 शैक्षणिक सत्र से 50 विद्यार्थियों को एमबीबीएस में प्रवेश मिलेगा। यह प्रदेश का पहला ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज है, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्चुअली किया था।

कॉलेज और उसके 65 एकड़ में फैले कैंपस में छह मंजिला अस्पताल तैयार है, जिसमें 400 बेड और 20 इमरजेंसी बेड शामिल हैं। पहले तीन फ्लोर पर ओपीडी सेवाएं उपलब्ध हैं, जबकि ऊपर के फ्लोर में क्लासरूम और प्रशासनिक ब्लाक बनाए गए हैं। हालांकि, 100 सीटों के लिए आवेदन किया गया था, लेकिन निर्धारित समय पर फैकल्टी और अन्य सुविधाएं पूरी नहीं होने के कारण इंदौर को सिर्फ 50 सीटें ही मिलीं। एनएमसी ने निरीक्षण के दौरान इन खामियों को नोट किया था।

कॉलेज में शैक्षणिक सुविधाएं पूरी तरह तैयार हैं। स्मार्ट क्लासरूम, डिजिटल लाइब्रेरी और अलग-अलग हॉस्टल बनाए गए हैं। सभी लैब, उपकरण और ब्लड बैंक सेवाएं मानकों के अनुसार संचालित हो रही हैं। फैकल्टी की भर्ती भी पूरी हो चुकी है और कुल 102 सदस्य टीम में शामिल हैं।

दीपावली के बाद प्रवेश प्रक्रिया शुरू की जाएगी। प्रवेश नीट परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर होगा। छात्रों को आवेदन ऑनलाइन माध्यम से करना होगा। आवेदन प्रक्रिया पूरी होते ही संबंधित कॉलेज को सूचना दी जाएगी और वहां से छात्र अपनी सुविधा अनुसार प्रवेश सुनिश्चित कर सकेंगे।

डीन ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज, डॉ. यू. राजेश संग्राम के अनुसार, प्रयास यह है कि छात्रों को परीक्षा परिणाम के आधार पर शीघ्र प्रवेश दिया जाए और उन्हें समय पर शिक्षा प्राप्त करने में सुविधा हो। इस नई व्यवस्था से छात्रों का समय और धन दोनों बचेगा।

एमबीबीएस कोर्स के शुरू होने से क्षेत्र के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के अवसर प्राप्त होंगे और इंदौर का यह मेडिकल कॉलेज प्रदेश में मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देगा।

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