पिछले तीन वर्षों में कई घातक आतंकवादी हमलों से प्रभावित सीमावर्ती जिलों राजौरी और पुंछ के साथ-साथ जम्मू के रियासी में आज यानी बुधवार को जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत मतदान होगा. मतदाताओं के लिए सुरक्षित माहौल सुनिश्चित करने के मद्देनजर तीनों पहाड़ी जिलों के सभी 11 विधानसभा क्षेत्रों में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है. दूसरे चरण में मध्य कश्मीर के तीन जिले – श्रीनगर, गंदेरबल और बडगाम भी शामिल होंगे. दूसरे चरण में 26 विधानसभा क्षेत्रों के 239 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा.
भाजपा की जम्मू कश्मीर इकाई के प्रमुख रविंदर रैना राजौरी जिले की नौशेरा सीट से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं. इसके अलावा, दूसरे चरण में पांच पूर्व मंत्री और 10 पूर्व विधायक भी मैदान में हैं. प्रदेश के करीब 25 लाख मतदाता 239 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे. इनमें पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, जम्मू-कश्मीर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष तारिक हामिद कर्रा और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता रवींद्र रैना प्रमुख हैं. दूसरे चरण में जिन 26 सीट पर चुनाव होगा वे छह जिलों के अंतर्गत आती हैं. इनमें से तीन जिले कश्मीर संभाग के अंतर्गत हैं जबकि इतने ही जिले जम्मू संभाग के हैं.
साढ़े तीन हजार मतदान केंद्र
सुचारु और निर्बाध चुनाव कराने को लेकर निर्वाचन आयोग ने इस चरण में 3,502 मतदान केंद्र बनाए हैं. इनमें से 1,056 शहरी क्षेत्र में जबकि 2,446 मतदान केंद्र ग्रामीण इलाकों में स्थापित किए गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि निर्वाचन आयोग की पारदर्शिता सुनिश्चित करने की कोशिश के तहत सभी मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की सुविधा होगी. एक अधिकारी ने बताया कि मतदाताओं की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए, दूसरे चरण के लिए 157 विशेष मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं. इनमें 26 ‘पिंक मतदान केंद्र’ हैं जो पूरी तरह से महिला कर्मियों द्वारा प्रबंधित होंगे, 26 मतदान केंद्र विशेष रूप से दिव्यांगों द्वारा संचालित, 26 मतदान केंद्र युवाओं द्वारा संचालित, 31 सीमा मतदान केंद्र, 26 हरित मतदान केंद्र और 22 अद्वितीय मतदान केंद्र हैं. उन्होंने बताया कि मतदान सुबह सात बजे शुरू होकर शाम छह बजे तक जारी रहेगा.
दूसरे चरण में जिन प्रमुख उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला मतदाता करेंगे उनमें नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, जम्मू-कश्मीर कांग्रेस कमेटी (जेकेपीसीसी) के अध्यक्ष तारिक हामिद कर्रा और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता रवींद्र रैना शामिल हैं. अब्दुल्ला गांदेरबल और बडगाम दो सीट से चुनाव लड़ रहे हैं जबकि कर्रा सेंट्रल शाल्टेंग से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. रैना राजौरी जिले के नौशेरा का प्रतिनिधित्व फिर से हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं जहां से वह 2014 में विजयी हुए थे. दूसरे चरण में जेल में बंद अलगाववादी नेता सर्जन अहमद वागे उर्फ बरकती पर भी नजर रहेगी जो इंजीनियर रशीद द्वारा लोकसभा में दर्ज की गई जीत की परिपाटी को दोहराने की उम्मीद कर रहे हैं. रशीद ने नेशनल कांफ्रेस उम्मीदवार को हराया था. बरकती दो सीट बीरवाह और गांदेरबल से चुनाव लड़ रहे हैं.
रशीद इंजीनियर के नाम से चर्चित शेख अब्दुल रशीद ने इस साल की शुरुआत में तिहाड़ जेल से रहते हुए बारमूला सीट से संसदीय चुनाव लड़ा था और अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी नेशनल कांफ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला को दो लाख से अधिक मतों से हराया था. इस चरण में और जिन प्रमुख उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर है,उनमें अपनी पार्टी के अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी (चन्नापोरा), पूर्व मंत्री अली मोहम्मद सागर (खानयार), अब्दुल रहीम राथर (चरार-ए-शरीफ), चौधरी जुल्फिकार अली (बुधल) और सैयद मुश्ताक बुखारी (सूरनकोट) शामिल हैं. चौधरी जुल्फिकार अली और सैयद मुश्ताक बुखारी इस बार भाजपा के टिकट पर किस्मत आजमा रहे हैं. जम्मू-कश्मीर विधानसभा के लिए 18 सितंबर को हुए पहले चरण के मतदान के दौरान अनुमानत: 61.38 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था. केंद्र शासित प्रदेश में तीसरे और अंतिम चरण का मतदान एक अक्टूबर को होगा. मतों की गिनती आठ अक्टूबर को होगी।