रोज ब्रेड खाना – सेहत के लिए कितना सही है? जानिए सच्चाई!

लाइफस्टाइल
सुबह की भागदौड़ और समय की कमी – ऐसे में सबसे पहले जिस चीज़ का नाम याद आता है, वो है ब्रेड।
टॉस्ट, जैम-ब्रेड या सैंडविच – ब्रेड अब हर घर की रसोई का हिस्सा बन चुकी है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि रोजाना ब्रेड खाना आपकी सेहत पर कैसा असर डालता है?
बाजार में मिलने वाली ब्रेड की किस्में
आजकल बाजार में तीन मुख्य प्रकार की ब्रेड मिलती हैं:
व्हाइट ब्रेड
ब्राउन ब्रेड
मल्टीग्रेन ब्रेड
इन तीनों का हमारी सेहत पर अलग-अलग प्रभाव होता है। आइए जानें विस्तार से:
व्हाइट ब्रेड – दिखती है सॉफ्ट, लेकिन..बनती है रिफाइंड मैदे से, इसमें फाइबर बहुत कम होता है सिर्फ पेट भरती है, सेहत नहीं बनाती
रोजाना खाने से पाचन बिगड़ सकता है, वजन बढ़ सकता है, और ब्लड शुगर लेवल भी बढ़ सकता है
ब्राउन ब्रेड – हर बार हेल्दी नहीं
अक्सर कहा जाता है कि ये गेहूं से बनी होती है
लेकिन कई बार इसमें रंग मिलाकर इसे ब्राउन दिखाया जाता है
यानी दिखती तो हेल्दी है, लेकिन हर बार असली नहीं होती
मल्टीग्रेन ब्रेड – थोड़ी बेहतर विकल्प
इसमें जौ, मक्का, बाजरा जैसे कई अनाज मिलाए जाते हैंपोषण के लिहाज़ से यह बेहतर है फिर भी यह पूरे पोषण का विकल्प नहीं बन सकती
तो क्या रोज़ ब्रेड खा सकते हैं?
जवाब है – नहीं।
ब्रेड चाहे किसी भी प्रकार की हो, उसे रोज़ाना नाश्ते में लेना सही नहीं है। ब्रेड में वो सारे जरूरी पोषक तत्व नहीं होते जो हमारे शरीर को रोज़ाना चाहिए।
क्या करें?
अगर ब्रेड खानी ही हो तो हफ्ते में 2-3 बार से ज़्यादा न लें
मल्टीग्रेन ब्रेड का ही चुनाव करें
कोशिश करें कि ब्रेड के साथ प्रोटीन और फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ जैसे उबले अंडे, दूध, या फल जरूर शामिल करें
ब्रेड आपकी लाइफ को आसान जरूर बनाती है, लेकिन सेहत को नहीं। संतुलित आहार और ताजगी से भरपूर नाश्ता ही आपकी असली ताकत है।
तो अगली बार जब सुबह जल्दी में हों, तो सोच-समझकर ही ब्रेड का चुनाव करें





