धरती तेजी से घूम रही, दिन हो रहे छोटे: वैज्ञानिक रिपोर्ट में खुलासा

नई दिल्ली – धरती का घूमना यानी रोटेशन लगातार तेज हो रहा है, और इसका असर हमारी दैनिक जिंदगी पर पड़ सकता है। वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि आने वाले हफ्तों में धरती सामान्य से तेज गति से घूमेगी, जिससे दिन 24 घंटे से छोटे हो सकते हैं। लाइव साइंस की रिपोर्ट के मुताबिक 9 जुलाई, 22 जुलाई और 5 अगस्त को चंद्रमा की स्थिति के कारण हर दिन करीब 1.3 से 1.51 मिलीसेकंड तक छोटा होगा। सामान्य तौर पर एक दिन 86,400 सेकंड यानी 24 घंटे का होता है, लेकिन धरती की रोटेशन स्पीड स्थिर नहीं है और यह चंद्रमा-सूर्य के गुरुत्वाकर्षण, चुंबकीय क्षेत्र और प्राकृतिक व मानवीय गतिविधियों के कारण प्रभावित होती है।
पृथ्वी के इतिहास में यह बदलाव नया नहीं है। आज से करीब 1 से 2 अरब साल पहले जब चंद्रमा धरती के अधिक करीब था, उस समय एक दिन केवल 19 घंटे का होता था। वहीं करीब 7 करोड़ साल पहले, जब टायरानोसॉरस रेक्स जीवित था, उस समय दिन की लंबाई करीब 23.5 घंटे थी।
यूएस नेवल ऑब्जरवेटरी और इंटरनेशनल अर्थ रोटेशन एंड रिफ्रेंस सिस्टम सर्विस द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार इस सप्ताह अब तक साल के सबसे छोटे दिन देखे गए हैं। बुधवार को धरती का रोटेशन 24 घंटे से 1.34 मिलीसेकंड कम रहा। टाइम एंड डेट वेबसाइट के अनुसार जुलाई के अंत और अगस्त की शुरुआत में रोटेशन की रफ्तार और बढ़ने की संभावना है।
5 जुलाई 2024 को अब तक का सबसे छोटा दिन दर्ज किया गया, जो सामान्य दिन से 1.66 मिलीसेकंड छोटा था। इससे पहले 2020 में वैज्ञानिकों ने नोट किया था कि 1970 के दशक के बाद पहली बार धरती इतनी तेज गति से घूम रही थी। पिछले पांच वर्षों में कई बार ऐसा हुआ जब दिन 24 घंटे से भी कम रहा।
हालांकि वैज्ञानिकों का कहना है कि यह पूरी तरह असामान्य नहीं है। रोटेशन स्पीड में बदलाव एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और दीर्घकालिक रूप से देखें तो दिन धीरे-धीरे लंबे होते जाएंगे।
टेक्सास यूनिवर्सिटी के रिसर्च प्रोफेसर क्लार्क आर. विल्सन का कहना है कि जलवायु परिवर्तन, बर्फ का पिघलना, भूजल प्रवाह, भूकंप और मौसमी बदलाव जैसे कई कारण पृथ्वी के घूमने की गति को प्रभावित करते हैं। हालांकि दिन छोटा होने की यह प्रक्रिया स्थायी नहीं है। अरबों वर्षों में दिन की लंबाई बढ़ती रही है और यह प्रवृत्ति जारी रहेगी, लेकिन यह बदलाव मानव समय के पैमाने की तुलना में बेहद धीमा है।





